हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस टीम ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पकडे गए आठ आरोपियों की पहचान बिहार निवासी मोनू, राजस्थान के सरबजीत सिंह, जिला सोनीपत के राकेश और रवि व जिला रोहतक के कुलदीप और मनजीत के रूप में हुई है। गिरफ्तार दोनों महिलाएं इंदिरा कॉलोनी रोहतक की रहने वाली हैं, जो मां-बेटी हैं।
पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि गांजे की एक बड़ी खेप उड़ीसा से रोहतक जिले के क्षेत्र में सप्लाई के लिए स्कॉर्पियो और आई20 कार में केएमपी के रास्ते से लाई जा रही है। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए बादली के पास कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे पर नाका लगाकर संदेह के आधार पर दो वाहनों को रोका गया।
चेकिंग के दौरान पांच पुलिस टीम ने 5 कट्टों में 105 किलो 500 ग्राम गांजा छिपा हुआ मिला। पायलट कर रही आई20 से दो कट्टे बरामद किए गए, जबकि स्कॉर्पियो वाहन से तीन कट्टों में गांजा जब्त किया।
यह भी खुलासा हुआ कि तीनों आरोपी मंजीत, कुलदीप और राकेश के खिलाफ हत्या के अलग-अलग मामले दर्ज हैं। इन मामलों में तीनों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है और वे जमानत पर बाहर थे। गिरफ्तार आरोपियों में से एक मंजीत हरियाणा पुलिस का बर्खास्त कर्मचारी जो 2002 में भर्ती हुआ था। हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उसे 2015 में बर्खास्त कर दिया गया था।
आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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