पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 23 फरवरी को छात्र ने उपरी मंजिल से कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। मरने से पहले छात्र ने एक सुसाइड नोट लिखकर छोड़ा था जिसमें उसने डीपीएस स्कूल की एकेडमिक हेड व अन्य को इसके लिए जिम्मेवार ठहराया था। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने डीपीएस की एकेडमिक हेड ममता को गिरफ्तार कर भेज दिया गया है।
आज स्कूल और घर से बच्चे के हस्तलेख लिए गए हैं। थाना BPTP पुलिस द्वारा लिखाई के मिलान के लिए छात्र द्वारा हस्तलिखित घर से डायरी एवं स्कूल से बच्चे के हस्तलिखित डॉक्यूमेंट इक्कठे करके सुसाइड नोट के साथ, हैंडराइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जा रहा है।
छात्र की मां की शिकायत के आधार पर बीपीटीपी थाना पुलिस ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। छात्र डीपीएस स्कूल में पढ़ता था जहां उसकी मां भी अध्यापिका थी। छात्र को डिस्लेक्सिया की बीमारी थी। छात्र की मां की शिकायत के अनुसार 23 फरवरी को गौरव की विज्ञान की परीक्षा थी जिसमें उसने प्रश्न समझने के लिए एकेडमिक हेड ममता से कुछ मदद मांगी थी परंतु शिक्षिका ने उसे डांट लगाई और कहा कि वह बीमारी का बहाना बनाकर इसका फायदा उठा रहा है इससे परेशान होकर छात्र ने 23/24 फरवरी की रात को खुदकुशी कर ली। आरोपित शिक्षिका को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। मामले में कानूनी प्रक्रिया जारी है.
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