नई दिल्ली- देश के लगभग दो लाख लोगों से कई हजार करोड़ रूपये की ठगी करने वाले यूपी के बाइक बोट घोटाले के आरोपी फिर चर्चाओं में हैं। जानकारी के मुताबिक़ इस घोटाले के चार वांछित आरोपियों पर दो दिन पहले पांच-पांच लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया था अब जानकारी मिल रही है कि इनमे से एक आरोपी 38 दिनों से जेल में है। अब कहा जा रहा है कि जो जेल में है उसे भी पकड़ने के लिए इनाम घोषित कर दिया गया है। कहीं न कहीं लापरवाही हुई है। जानकारी के मुताबिक़ इस मामले में दीप्ति बहल, लोकेंद्र सिंह, भूदेव और विजेंद्र सिंह हुड्डा पर 5 5 -पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। यह इनाम अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से घोषित किया गया था। इसमें बुलंदशहर के रहने वाले लोकेंद्र सिंह को यूपी एसटीएफ ने 27 जनवरी को ही मथुरा से गिरफ्तार किया था।
इस घोटाले की बात करें तो आपको बता दें कि ये ठग बाइक टैक्सी में निवेश का लालच देते थे। इसके बाद बाइक बोट नाम से स्कीम की शुरुआत की गई। ये निवेशकों को 1,3,5 या फिर 7 बाइकों में निवेश के बाद आकर्षक रिटर्न का ऑफर दिया गया। यह कहा गया कि यह बाइक टैक्सी स्कीम है और इसमें पैसे लगाने पर लोगों को बड़ा रिटर्न मिलेगा।इस ठगी की स्कीम के तहत लोगों को ऑफर दिया गया था कि वे बाइकों को खरीदने के लिए जो निवेश करेंगे, उसके बदले में उन्हें हर महीने रिटर्न हासिल होगा। इसके अलावा अन्य लोगों को जोड़ने पर कुछ अलग इंसेंटिव देने की भी बात कही गई थी। इसके अलावा कंपनी ने देश के कई शहरों में अपनी फ्रेंचाइजी शुरू करने की भी बात कही। हालांकि यह स्कीम कहीं भी जमीन पर नहीं उतरी और लोगों से फ्रॉड जारी रहा।
इस स्कीम को कंपनी ने 2017 में लॉन्च किया था और 2019 के शुरुआती दिनों तक यह घोटाला लगातार जारी रहा। इस दौरान देश भर से लाखों लोगों ने कंपनी में करीब 15,000 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया था। ठग लोगों से 62 हजार रूपये निवेश करवाते थे और एक साल में सवा लाख रूपये रिटर्न की बात करते थे। जब लोगों को कुछ नहीं मिला तो सड़क पर उतरे और धीरे-धीरे ठगो की पोल खुलती गई। लोगों ने जंतर मंतर सहित कई जगहों पर प्रदेशन किया।
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