फरीदाबाद - कार्यकर्ता किसी भी पार्टी की नींव होते हैं और जब नींव खोखली होने लगे तो पार्टी कमजोर होने लगती है। हरियाणा में 10 मार्च के बाद आम आदमी पार्टी में शामिल होने वालो में अधिकतर कांग्रेसी कार्यकर्ता हैं और कुछ कांग्रेसियों के पास बड़ा पद भी था लेकिन सब ने अब आप की टोपी पहन ली। यही सिलसिला जारी रहा तो हरियाणा कांग्रेस का हाल बहुत बेहाल हो सकता है। पार्टी में सिर्फ नेता रह जाएंगे। कार्यकर्ता ढूंढें से भी नहीं मिलेंगे। नेता चुनाव लड़ते हैं लेकिन असली काम कार्यकर्ता करते हैं। प्रदेश में लगभग 8 वर्षों से कांग्रेस संगठन नहीं बना सकी जिस वजह से कार्यकर्ता हद से ज्यादा निराश हो गए और कुछ पहले भाजपा में चले गए और कुछ अब आम आदमी पार्टी में जा रहे हैं।
आज फरीदाबाद के कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा जिनमे अधिकतर कांग्रेस से जुड़े हैं। मेहनती कार्यकर्ताओं के अरमान होते हैं की वो कहीं से पंच सरपंच या पार्षद बनें लेकिन हरियाणा कांग्रेस की भयंकर गुटबाजी 8 वर्षों से देखते-देखते कार्यकर्ता निराश दिख रहे हैं। इसलिए दूसरी पार्टियों में भाग रहे हैं।
आज फरीदाबाद में राज्य सभा सांसद एवं हरियाणा आम आदमी पार्टी के प्रभारी डाक्टर सुशील गुप्ता ने दावा किया कि हरियाणा के 40 बड़े नेता आम आदमी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं जिनमे कई पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद और पूर्व विधायक हैं। इन सबकी लिस्ट पार्टी के चीफ अरविन्द केजरीवाल के पास भेज दी गई है। जिस नेता के नाम पर उनकी मुहर लगेगी उसी को पार्टी में लिया जायेगा। आम आदमी पार्टी के सूत्रों द्वारा जानकारी मिली है कि इनमे से लगभग 30 नेता कांग्रेस से जुड़े हैं। ये सब हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी और हाईकमान की कमजोरी से दुखी हैं। एक नेता से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि सच में हम दुखी हैं। हमारे सीएम तक को पंचर लगाने वाले हरा दे रहे हैं ( पंजाब चन्नी की हार ) कई अन्य उदाहरण उन्होंने दिया। बोले हम क्या हरियाणा के हमारे लाखों दोस्त मजबूर हैं। अपने प्रदेश हाईकमान और अपने देश के हाईकमान से, ये लोग खुद का भला चाहते हैं अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।
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