नई दिल्ली: हरियाणा आज 89वे दिन की हड़ताल के धरने की अध्यक्षता शकुन्तला कैरू व सचांलन किरण भिवानी ने किया। 3 मार्च को आंगनवाड़ी वर्करों पर जगह-जगह हरियाणा सरकार द्वारा गिरफ्तार किए जाने, धक्का-मुक्की व हाथा पाई करने, साधनों को रोकने की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर रोष प्रदर्शन कर, सरकार की कठपुतली बनकर काम करने की बजाय, देश के संविधान अनुसार काम किये जाने के लिए ज्ञापन दिया। जिसमें जिले की 300 आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स ने इकट्ठा होकर, रोष प्रदर्शन करते हुए हरियाणा सरकार की लोकतंत्र एवं महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ और अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पहुंचकर, अपनी मांगों का ज्ञापन दिया।
ईश्वर देवी व राजबाला निनान ने धरने को सम्बोधित करते हुए बताया कि बामला गांव में सभी 8 सुपरवाईजरों द्वारा आंगनबाडी केन्द्रो का ताला तोड़ने, हैल्परों को टरमिनेशन के नोटिस देने व पुराना तेल, राशन लाभार्थियों को बांटने का विरोध किया व पी.ओ. व सरकार का पुतला जलाया। जिसमे धनाना, मुन्ढाल, मिताथल, कलिगा, तिगड़ाना, बडेसरा, कालुवास, बामला, निनान, नाथुवास व भिवानी शहर की वर्कर हैल्पर हडताल पर मांगे न मानने तक डटी रहेगी सुपरवाजर स्टाफ को मंूह की खानी पड़ी।
उन्होने बताया कि कैरू ब्लाक में दफ्तर स्टाफ व सुपरवाईजर द्वारा सैन्टर खुलवाने का दबाव बना रहे हैं, आपसी सम्बन्धो का नाजायज फायदा उठा कर यूनियन के साथ विश्वासघात कर रहे हैं की निन्दा की व यह याद रखा जाएगा। इसी प्रकार शहर में भी प््रायास किये जा रहे हैं। उस सुपरवाईजर का वर्कर बन कर राशन बाटने व हैल्पर पर नाजायज दबाव बनाने को भी याद रखेंगें। सोमवार को 20 मार्च तक हड़ताल बढाने का पत्र पी.ओ. को देकर सभी हड़ताली वर्करों को एक मुश्त टरमिनेट करने का दबाव बनाएगें अन्यथा हैल्परों को तंग करने से बाज आए हैल्पर को दिमागी परेशानी से होस्पीटलाईज किया गया है जिसकी सुपरवाईजर की जिम्मवारी होगी और वह स्वयं ताला तोड़ने जैसी कार्यवाई करे।
उन्होंने कहा कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पूरे देश में हरियाणा सरकार एवं पुलिस दमन के खिलाफ विरोध दिवस मनाते हुए पूरे देश में करोड़ों महिलाएं सड़कों पर भिवानी के नेहरू पार्क में अन्य सहयोगी सगंठनो के साथ प्रदर्शन में भाग लेगीं। सरकार द्वारा रैली में पहुंचने पर रोक लगाने, मुकदमे दर्ज करने, नौकरी से डिशमिश करने से आंगनवाड़ी वर्कर्स डरने वाली नहीं हैं। उन्होंने बताया कि तब तक आंदोलन जारी रहेगा, जब तक प्रधानमंत्री की घोषणा एवं मुख्यमंत्री द्वारा किए गए समझौते एवं 19 सूत्रीय मांग पत्र पर बातचीत कर, समझौता कर लागू नहीं किया जाता।
हरियाणा सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है और अघोषित एमरजैन्सी लगा रखी है, संवैधानिक अधिकारों को रौंदा जा रहा है, धरने, प्रदर्शन, रैलियों पर रोक लगाई जा रही हैं। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आंगनवाड़ी वर्करों का आंदोलन न्यायोचित है। सरकार को दमन का रास्ता छोड़कर बातचीत के माध्यम से आंदोलनकारियों की समस्याओं का निदान करना चाहिए। आज के धरने को रतन जिन्दल, नरेश शर्मा, फूल चन्द, भीम सिंह सीआइटीयू समेत आगनबाड़ी की राजबाला शर्मा, सुनीता चहल, रमन प्रिया वशिष्ठ, दर्शना, बबीता, सुमन, सुनीता, रेशमा, संतोष, गुडडी, उर्मिँला, बबली, कमलेश, सतबाला, नीलम, सरला अनिता आदि ने सम्बोधित किया।
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