फरीदाबाद - लगभग 15 दिन पहले ग्रेटर फरीदाबाद के सैकड़ों लोग मूलभूत सुविधाओं को लेकर सड़क पर उतरे थे और वहाँ अजीब बात ये देखी गई थी कि कुछ लोगों ने भाजपा सरकार मुर्दाबाद के साथ साथ कांग्रेस मुर्दाबाद के नारे लगाए थे। जब लोगों से पूंछा गया कि सत्ता में तो भाजपा है कांग्रेस विपक्ष में है तो लोगों ने कहा था कि फरीदाबाद में कांग्रेस और भाजपा एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं, आपस में मिले हुए हैं वरना अगर शहर में विपक्ष होता तो हमें सड़क पर ना उतरना पड़ता। क्या विपक्षियों को यहां की सड़कों के गड्ढे नहीं दिख रहे हैं। लोगों ने कहा कि फरीदाबाद का बेडा गर्क करने में जितना योगदान सत्ताधारी पार्टी का है उतना ही मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का है।
कल से भी शहर में विपक्ष के बारे में तरह-तरह की चर्चाएं हैं और कहा जा रहा है कि ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों ने सच बोला था। शहर में अब भी विपक्ष लापता है जबकि एक बड़े मुद्दे की खबर सुन शहर के हजारों लोग चिंतित हैं। लोगों का कहना है कि हरियाणा शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने एक तुगलकी निर्णय लिया है जिसमे विकास शुल्क दरों के मुकाबले 10 गुना तक बढ़ोत्तरी की गई है। अब 100 वर्ग मीटर प्लॉट का नक्शा पास कराने 2 लाख रूपये देने पड़ेंगे। लोगों का कहना है कि एक बड़ी महामारी काल में वैसे हे लोग दुखी हैं, कामकाज ठप्प है अब ऐसे में 10 गुना विकास शुल्क तुरंत प्रभाव लागू कर दिया गया और विपक्ष के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
लोगों का कहना है कि राजधानी दिल्ली सहित अन्य पड़ोसी राज्यों में भी डेवलपमेंट चार्ज के नाम पर इतनी भारी भरकम वसूली नहीं की जा रही है। पहले से जमा खाली प्लॉटों का भी नए रेट से भुगतान करना होगा और पुराने भवनों के पुनर्निर्माण पर भी बढ़ी दर से शुल्क देना होगा। ये फैसला समझ से परे है लेकिन क्या करें जब चोर-चोर मौसेरे भाई हों तो लुटने के अलांवा कर ही क्या सकते हैं।
शहर के एक वरिष्ठ समाजसेवी का कहना है कि फरीदाबाद में कांग्रेस ने अपने आप अपनी दुर्गति की है और यही हाल रहा तो अगली बार भी यहाँ के कांग्रेसी चुनाव में 2019 तरह हारेंगे। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद के लोग शिक्षित हैं और सब समझ रहे हैं। समय आने पर वोट की चोट करेंगे। पिछले चुनाव में तमाम कांग्रेसी इसी वजह से हार गए क्यू कि जनता उन्हें अच्छी तरह से समझ चुके है और फरीदाबाद पलवल के कांग्रेसियों के कारण ही हरियाणा में भाजपा की सरकार बनी। अगर इस लोकसभा क्षेत्र की 9 सीटों में से कांग्रेस 5 सीट जीत लेती तो भाजपा की पांच कम हो जातीं और फिर हर हालत में कांग्रेस की सरकार बन जाती लेकिन फरीदाबाद के कांग्रेसियों को हरियाणा में कांग्रेस की सरकार शायद पसंद नहीं है इसलिए हर बड़े मुद्दे पर वो भाजपा का सपोर्ट करते हैं। विरोध नहीं करते, जनता लुटे या पिटे
वैसे सूत्रों द्वारा जानकारी मिल रही है कि विकास शुल्क के खिलाफ शहर में जन आंदोलन भी छिड़ सकता है और लोग भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ मैदान में उतर सकते हैं। कल इस मुद्दे पर शहर के अच्छे समाजसेवी और शहर के शुभ चिंतक प्रेस वार्ता के माध्यम से अगले कदम का एलान करेंगे। इस मुद्द्दे पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और राज्य सभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुडडा ने ट्वीट भी किया था लेकिन शायद फरीदाबाद के कांग्रेसी इन नेताओं से सहमत नहीं हैं, कहा जा रहा है कि फरीदाबाद के कांग्रेसी नेताओं की नजर अपनी ही पार्टी के उन नेताओं पर है जो कोई अच्छा काम करके नाम कमाते हैं, यहाँ के कांग्रेसी अपनी पार्टी के अच्छे नेताओं की गोभी खोदने के लिए तैयार बैठे हैं और खोद भी रहे हैं??
18 फ़रवरी 2022 को भाजपा-जजपा सरकार के ताजा जारी ‘दानवी फ़रमान’ अनुसार-:
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 21, 2022
नगर पालिका, नगर परिषद व नगर निगमों में ‘विकास शुल्क’ अब दस गुना बढ़ाकर ‘कलेक्टर रेट’ का 5% कर दिया है।
यानि अब 100 वर्ग गज के मकान का नक्शा पास करवाने के लिए भी ₹1,50,000-₹2,00,000 तक फीस देनी पड़ेगी! pic.twitter.com/Kc04fAitrA
बजट सत्र से पहले हरियाणा सरकार द्वारा जारी “विकास शुल्क” नोटिफ़िकेशन जनता से बड़ा धोखा है।
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) February 21, 2022
आर्थिक तंगी से शिकार जनता से विकास शुल्क के नाम पर लूट न केवल लोगो की जेब पर नाजायज़ डाका है बल्कि ये सरेआम तहसील-नगर निकाय स्तर पर भ्रष्टाचार को न्योता है।
नोटिफ़िकेशन तुरंत रद करे सरकार pic.twitter.com/PtQvF3g9kz
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