फरीदाबाद:* पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाबाद साइबर क्राइम सेल की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम की शिकायत पर फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर भड़काऊ कंटेंट/वीडियो पोस्ट करने के आरोप में फरीदाबाद पुलिस ने 04 फरवरी को 4 आरोपियो के खिलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए और 295ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
इस मामले में भ्रामक वीडियो बना फेसबुक पर डालने वाले कमल तंवर तथा अमेज़िंग फार्मिंग यूट्यूब चैनल के संचालक योगेश को पुलिस थाना सूरजकुंड की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कमल तोमर दिल्ली के फतेहपुर बेरी का रहने वाला है वहीं आरोपी योगेश पलवल का निवासी है।
थाना सूरजकुंड एरिया की पहाड़ियों में पड़े मृत पशुओं के अवशेष के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश की गई थी। फरीदाबाद पुलिस ने इस मामले की जांच कर पाया कि शहर में मृतक पशुओं के अवशेषों के निस्तारण के लिए नगर निगम फरीदाबाद की तरफ से ठेका दिया गया था। फरीदाबाद पुलिस ने इस मामले मे ठेकेदार कर्जन के खिलाफ मृत पशुओं के शरीर को अनुचित तरीके से निस्तारण करने का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था।
फरीदाबाद पुलिस द्वारा चेक करने पर पाया कि हजारों की तादाद में गोवंश हत्या की जो खबरें इन सोशल मीडिया चैनल्स पर चलाई गई थी वो बे बुनियाद थीं, इस बारे में फरीदाबाद पुलिस ने मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से उक्त झूठी खबर का खंडन करते हुए अफवाह ना फैलाने की चेतावनी दी गई थी। गौवंश हत्या की खबरें गलत थीं, इसके बावजूद भी सोशल मीडिया एक्टिविस्ट ने भ्रामक खबरें अपने यूट्यूब, फ़ेसबुक और ट्विटर हैंडल पर शेयर करके लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम किया है।
आमजन से अपील है कि बिना तथ्यों को जाने किसी भी तरह के भ्रामक कंटेंट या वीडियो को आगे शेयर ना करें ,अफवाह ना फैलाएं। फरीदाबाद साइबर क्राइम की टीम लगातार सोशल मीडिया पर मॉनिटरिंग कर रही है। इस मामले में पुलिस द्वारा कानून के तहत कार्रवाई अमल में लाई गई है वहीं इस मामले में शामिल दो अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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