14 फरवरी 2022- स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने असम भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री हेमन्त बिस्वा सरमा के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव प्रचार दौरान दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी के ऊपर निजी हमला करके उनका चरित्र हनन करने की कडी आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा आचरण बताता है कि लोग संघी पाठशाला में जाते ही कितने अनैतिक, बेशर्म हो जाते है। विद्रोही ने कहा कि सबसे बडे आश्चर्य की बात यह है कि भाजपा सरकार का एक मुख्यमंत्री पूरे गांधी परिवार के निजी चरित्र पर चुनावी सभा मेें माईक पर अभद्र बोल बोलता है और देश के प्रधानमंत्री मोदीजी व भाजपा नेतृत्व इन अभद्र बोलो पर हेमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बजाय आश्चर्यजनक रूप से चुपचाप बैठे है। मोदी-भाजपा-संघ का यह आचरण बताता है कि संघी पाठशाला में किस तरह का पाठ पढ़ाया जाता है और हिन्दू सभ्यता-संस्कृति के कथित अलम्बदार संघी कितने अनैतिक, बेशर्म व षडयंत्रकारी लोग है।
विद्रोही ने कहा कि चुनावी सभा में मोदी सहित सभी भाजपा नेता आमजनों के मुद्दे, विकास, अपनी संघी सरकार के कामों की चर्चा करने की बजाय कांग्रेस नेताओं के चरित्र हनन, कांग्रेस के प्रति दुष्प्रचार व साम्प्रद्रायिक धु्रवीकरण, नफरत व बटवारे की राजनीति कर रहे है। एक दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी व उनकी पत्नी श्रीमती सोनिया गांधी पर उनके पुत्र राहुल गांधी का नाम लेकर असम भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री की गई अभद्र टिप्पणी बताती है कि सत्ता के लिए भाजपा किस हद तक गिर सकती है।
विद्रोही ने देश के सभी नागरिकों से आग्रह किया कि जब तक मोदी-भाजपा-संघ असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के अभद्र बोलो पर माफी नही मांगते व सत्ता मद में चूर अपने इस असभ्य व अनैतिक मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई नही करते, तब तक वे सडक़ों पर उतरकर मोदी-भाजपा के खिलाफ विरोध करते रहे।
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