नयी दिल्ली: 135.6 किलोमीटर लंबे वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केएमपी) और 135 किलोमीटर लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) पर पिछले 13 महीनों में 105 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 16 लोगों की जान चली गई, दो दिन पहले केएमपी एक्सप्रेसवे पर हुए एक्सीडेंट में पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत हो गई थी, एक्सप्रेसवे पर हादसों का मुख्य कारण वाहनों की ओवरस्पीडिंग बताया जाता है, अतः एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतें।द ट्रिब्यून के मुताबिक़, जनवरी 2021 से जनवरी 2022 तक कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) और कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेसवे पर 105 दुर्घटना के मामले सामने आए, जिसमें सोनीपत जिले के तीन थाना क्षेत्रों के तहत 16 लोगों की जान चली गई। KGP और KMP को 2018 में चालू कर दिया गया था और दोनों एक्सप्रेसवे पर कई बड़ी दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं. गौरतलब है कि 22 अक्टूबर, 2021 को झज्जर जिले के बादली गांव के पास केएमपी पर एक दुर्घटना में नौ लोगों की मौत हो गई थी। 3 नवंबर, 2020 को सोनीपत जिले के खरखोदा के पाई गांव के पास एक दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और 11 घायल हो गए थे, 5 जून 2018 को, पलवल जिले के चंधूत के पास दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गई थी। 8 जून 2018 को मानोली गांव के पास तीन लोगों की मौत हो गई थी. केजीपी और केएमपी का एक लंबा खंड जिले के तीन पुलिस स्टेशनों राय, कुंडली और खरखोदा के अधिकार क्षेत्र में आता है।2021 में राय पुलिस स्टेशन में कुल 37 दुर्घटना के मामले दर्ज किए गए थे। जनवरी 2022 में, तीन मामले दर्ज किए गए, पिछले साल कुंडली थाने में दुर्घटना के 28 मामले दर्ज किए गए थे। जनवरी 2022 में दुर्घटना के दो मामले दर्ज किए गए। खरखोदा में, 2021 में 31 दुर्घटना के मामलें दर्ज किये गए.
Haryana Abtak
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