फरीदाबाद- शिक्षा और स्वास्थ्य पर अब माफियाओं का पहरा है। अब साधारण बीमारी लेकर कुछ बड़ी अस्पताल में जानें पर वहाँ से मरीजों के शव ही आते हैं। लाखों चले भी जाते हैं। अब लाखों की फीस देने पर भी छात्रों को कोचिंग के लिए मजबूर किया जाता है और छात्रों को इतना टार्चर किया जाता है कि कुछ छात्र तो आत्महत्या तक कर लेते हैं।
फरीदाबाद से एक बहुत ही दर्दनाक खबर आ रही है ,डीपीएस स्कूल सेक्टर 81 में पढ़ने वाले एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है। छात्र ने डिस्कवरी पार्क की 15 वीं मंजिल से छलांग लगा आत्महत्या की और सुसाइड नॉट में बच्चे ने डीपीएस स्कूल का नाम लिया और ममता गुप्ता का नाम लिखा है। बच्चे की माता और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन इन्साफ चाहते हैं। परिजनों का कहना है कि बच्चे को स्कूल में परेशान किया जाता था। अपनी माँ से कहता था कि मैं स्कूल और ममता गुप्ता से बहुत दुखी हूँ। स्कूल के कुछ बच्चे भी उसे परेशान करते हैं। बच्चे का नाम आरवी मल्होत्रा बताया जा रहा है। वो 10 वीं क्लास में पढता था। बच्चे की माँ उसी स्कूल में टीचर बताई जा रहीं हैं।
बच्चे ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मुझे स्कूल में बहुत टार्चर किया जाता था। उसे अपशब्द कहा जाता था। बच्चे ने लिखा है कि मैं अब जिन्दा नहीं रहना चाहता। मम्मा आप मेरी बहादुर मम्मा हो लेकिन क्या करू मजबूर हूँ मुझे स्कूल में इतना परेशान किया जा रहा है कि मैं अब जिन्दा नहीं रहना चाहता। बच्चे का शव बीके अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है। ममता गुप्ता पर बच्चे ने बड़ा आरोप लगाया था। उसे गंदी टीचर कहता था।
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