फरीदाबाद - कई वर्षों से मैंने जो पौंधा लगाया और खाद पानी देकर उसे बड़ा किया वो पौंधा पेड़ बनता जा रहा है तो कुछ गलत लोग उस पेड़ को उखाड़ने में जुट गए हैं। ये कहना है आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना का जिन्होंने आज शाम एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने दूंगा। प्रेस वार्ता में मौजूद वार्ड 21 के आम आदमी पार्टी के एक नेता ने आम आदमी पार्टी के ही एक नेता पर वसूली का आरोप लगाया।
जिला अध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना ने बताया कि हाल में वो दिल्ली गए थे साथ में कई कार्यकर्ता भी थे। जब वो दोपहर का भोजन कर रहे थे तो एक कार्यकर्ता ने बताया कि भड़ाना साहब हम इतना खर्च नहीं कर सकते हैं। भड़ाना ने उनसे पूंछा कि आखिर हुआ क्या है तो कार्यकर्ता ने बताया कि पार्टी के ही अमन गोयल, संतोष यादव, और सोनू सिसौदिया उनके पास पहुंचे और कहा कि हम पंजाब चुनाव के लिए जा रहे हैं और हमें बीस हजार रूपये चाहिए। कार्यकर्ता ने इन तीनों नेताओं को बीस हजार रूपये दे दिए। फिर दुबारा भी सोनू सिसौदिया को भेजा और 10 हजार ले गए।
भड़ाना ने कहा कि ये बात सुन मैंने सोनू को फोन किया और कहा इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं। इस तरह से किसी को ब्लैकमेल करना अच्छी बात नहीं। हम कल आपकी शिकायत सांसद सुशील गुप्ता से करेंगे। मैंने पार्टी को खून पसीनें से सींचा है हम ये हरकत बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रेस वार्ता में मौजूद उस कार्यकर्ता ने कहा जिससे पहले बीस हजार फिर दस हजार लिए गए थे, कहा कि अमन गोयल, संतोष यादव और सोनू सिसौदिया ने प्रचार करने जा रहे के नाम पर मुझसे पैसे मांगे। अमन गोयल मुझसे एक लाख का डिमांड करता है। कहता है कि आपके वार्ड में ज्यादा वोट दिलवाऊंगा, एक लाख रूपये दे दो, जिला अध्यक्ष भड़ाना ने कहा कि प्रवासियों के नाम पर संतोष यादव ने पैसे मांगे और कहा प्रवासियों का वोट दिलवाऊंगा।
भड़ाना ने कहा कि अपने पाप को छुपाने के लिए इन लोगों ने षड़यंत्र रचा और एक व्यक्ति से वीडियो बनवाया कि जिला अध्यक्ष टिकट के लिए एक लाख रूपये मांग रहे हैं। भड़ाना ने कहा कि मैंने सांसद गुप्ता से सब कुछ बता दिया है।
कार्यकर्ता ने मीडिया को कुछ रिकार्डिंग्स भी दिखाया। भड़ाना ने कहा कि जब तक मैं ज़िंदा हूँ किसी को ऐसी वसूली नहीं करने दूंगा। भड़ाना के साथ मौजूद कार्यकर्ता ने कहा कि ये लोग अब किसी को ब्लैकमेल नहीं कर पाएंगे।
Post A Comment:
0 comments: