चंडीगढ़, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि गौसेवा तथा गौसंरक्षण मनुष्य के लिए सबसे बड़ा परमार्थ का कार्य है। गौवंश की समर्पण भाव से सेवा करने से व्यक्ति को आत्मिक एवं अध्यात्मिक संतुष्टि मिलती है और भौतिकवाद के इस युग में इंसान को मौक्ष का रास्ता मिलता है।
ये बात उपमुख्यमंत्री ने श्री गउशाला बाबा फुल्लूसाध जींद के उचाना खुर्द में आयोजित सालाना महोत्सव को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने गौशाला में गौवंश के रख-रखाव की सुविधा के लिए करीब 37 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित दो शेड गौशाला को समर्पित किए। इनमें एक छप्पर का निर्माण एमपी लैड से 12 लाख 70 हजार रूपए की लागत से किया गया, जबकि दूसरा छप्पर 24 लाख रूपए की धनराशि से मनरेगा के तहत बनाया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने गउशाला के आगामी वित्त वर्ष में सोलर प्लांट लगवाने की भी घोषणा की, ताकि बिजली आपूर्ति 24 घंटे मिलती रहे। इसके अलावा गांव की गउशाला से जुड़ी हुई दो मुख्य गलियों को एचआरडीएफ के तहत बनवाने और गउशाला में योग प्रशिक्षण केन्द्र के नवीनीकरण करवाने के लिए भी कहा। उन्होंने गउशाला को अव्वल एवं उन्नत गउशाला के रूप में पूर्णतया विकसित करने के लिए एसडीएम उचाना की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने के लिए भी कहा ताकि कमेटी द्वारा प्रस्तावित प्रारूप के अनुसार भविष्य में गउशाला को और मॉडल तरीके से विकसित किया जा सके। उन्होंने गउशाला में आगामी वित्त वर्ष में बॉयोगैस प्लांट लगवाने की भी बात कहीं।
चौटाला ने कहा कि गौवंश स्वस्थ मानव जीवन के लिए अनेक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से उपयोगी है। गउमुत्र व गउ के गोबर से गोबरगैस प्लांट का निर्माण उपरान्त ग्रामीण व आसपास के हजारों किसान इसका घरेलु उपयोग एवं खेती में जैविक खाद के तौर पर प्रयोग कर सकते है। कार्यक्रम की शुरूआत गौसेवा समिति सदस्यों के साथ उपमुख्यमंत्री द्वारा हवन यज्ञ में आहूति डालने के साथ हुई। इस मौके पर जुलाना के विधायक अमरजीत ढाण्डा, पूर्व विधायक पिरथी नम्बरदार, भी मौजूद रहे।
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