नई दिल्ली/ फरीदाबाद- लगभग 6 महीने पहले हरियाणा सहित देश के कई राज्यों के लोग योगी जैसे सीएम की मांग कर रहे थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को काफी अच्छा सीएम बताया जा रहा था लेकिन वर्तमान में भाजपा को यूपी की जंग जीतने के लिए जमकर पसीना बहाना पड़ रहा है। पहली बार देखा जा रहा है कि पीएम मोदी का गला खराब हुआ है। अब 10 मार्च पर देश के करोड़ों लोगों की निगाहें टिकी हैं कि किस तरह के परिणाम आएंगे।
यूपी जहाँ कुछ माह पहले हुए पंचायत चुनावों में भाजपा की लगभग एकतरफा जीत हुई थी वहां अब ये हाल है तो अन्य राज्यों में भाजपा का हाल कितना बेहाल होगा आप समझ सकते हैं। हरियाणा की बात करें तो यहाँ तो पंचायत चुनाव लटक ही गए और अब 24 अप्रैल को 51 नगर पालिका, नगर परिषद के चुनाव करवाए जायेंगे। फरीदाबाद नगर निगम चुनाव भी थोड़े लटके हैं। 8 जनवरी को कार्यकाल पूरा हुआ था। शहर में आज फिर अफवाह है कि फरीदाबाद नगर निगम चुनाव भी 24 अप्रैल को ही करवाए जायेंगे। ये अफवाह अभी तक सिर्फ अफवाह ही है।
फरीदाबाद नगर निगम चुनाव की बात करें तो हर दूसरा व्यक्ति फरीदाबाद के पार्षदों के पिछले कार्यकाल के दौरान उनसे खुश नहीं है। 40 में से 6 या 7 पार्षदों के कामकाज को अच्छा बताया जा रहा है। अन्य सब जनता की कसौटी पर फेल हो गए। जनता भाजपा को खुलेआम सबक सिखाने की बात करने लगी है जिससे लगता है कि फरीदाबाद में भाजपा का हाल और बेहाल हो सकता है।
फिर आते हैं यूपी पर तो यूपी में अधिकतर जिलों में गरीबों को समय पर सरकारी राशन और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई लाख गरीबों को घर मिले हैं जबकि फरीदाबाद के राशन माफियाओं पर हमेशा से सवाल उठते आएं हैं। आयुष्मान भारत योजना का लाभ शहर के लाखों गरीबों के बजाय उन्हें मिल रहा है जिनके पास-कई-कई मकान हैं।
शहर की तमाम कालोनियों की सड़कें चलने लायक नहीं हैं। यही नहीं शहर का वीआईपी क्षेत्र कहे जाने वाले ओल्ड फरीदाबाद के कुछ सेक्टरों की सड़कों पर अब नारियल फोड़ा गया और आज सेव फरीदाबाद के पारस भारद्वाज ने कहा कि निगम चुनाव के चक्कर में अधिकतर सड़कों को खोद डाला गया है। इसके पहले ये नेता पता नहीं कहाँ सो रहे थे।
शहर के पार्कों में अब शहर के भाजपा नेताओं की अथाह कमाई के चर्चे होते रहते हैं जिसे देखते हुए लग रहा है कि फरीदाबाद की हवा अब भाजपा के खिलाफ बह रही है ,जनता भाजपा को सबक सिखा सकती है। शहर में चर्चाएं ये भी हैं कि कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक सफलता न मिली तो भाजपा नगर निगम चुनाव लटका भी सकती है।
फरीदाबाद में फिलहाल विपक्ष नहीं है, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस अब भी बिन पेंदे के लोटे की तरह है, कल इस समय देश के इकलौते ऐतिहासिक नेता फरीदाबाद में थे जो एक पार्टी में शामिल होने आये थे। ऐतिहासिक नेता अवतार सिंह भड़ाना ने पार्टी में मौजूद शहर के कई कांग्रेसियों के बीच कहा कि फरीदाबाद में कांग्रेस एकजुट होकर मेयर का चुनाव लड़े और मैं कांग्रेस का साथ दूंगा। यही नहीं उन्होंने कहा कि 50 लाख रूपये की मदद भी करूंगा और उन्होंने लात वगैरा की भी बात की और कहा कि हर तरह से फरीदाबाद में कांग्रेस का साथ दूंगा।
अवतार सिंह भड़ाना ऐतिहासिक नेता इसलिए हैं क्यू कि पहले वो हरियाणा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और यूपी में भाजपा के विधायक थे, अब वो सपा, आरएलडी गठबंधन के जेवर के प्रत्याशी यूपी में और हरियाणा में अब भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हैं। कल उन्होंने ये भी कहा कि 202 4 में प्रियंका गांधी देश की प्रधानमंत्री बनेंगी। अब भी अनंगपुर गांव के मुख्य द्वार पर अवतार भड़ाना का जो पोस्टर लगा है वो कांग्रेस से जुड़ा है।
फरीदाबाद के बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि भाजपा वाले 4 साल में बड़खल से सेक्टर 29 की तरफ जाने वाली सड़क अब तक पूरी नहीं बनवा सके? ओल्ड फरीदाबाद से बायपास रोड जाने वाली सड़क भी अधूरी है जिसका भी लगभग चार साल पहले शिलान्यास हुआ था। लगभग 11 महीने पहले हार्डवेयर -प्याली रोड का शिलान्यास किया ,अभी आधी भी नहीं पाई, कई सड़कें अब खुदीं हैं पता नहीं कब तक बनेंगी। वैसे जनता भाजपा ही नहीं कांग्रेसियों से भी नाराज है। लोगों का कहना है कांग्रेस के कारण फरीदाबाद का इतिहास में बुरा हाल हुआ क्यू कि कांग्रेस के नेता कभी स्थानीय सत्ताधारी नेताओं के खिलाफ कुछ बोलते ही नहीं। शायद फरीदाबाद में भाजपा कांग्रेस का मजबूत गठबंधन हो चुका है।
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