नई दिल्ली- यूपी में उथल-पुथल जारी है। आज एक मंत्री ने पार्टी छोड़ दी तो एक भाजपा विधायक ने भी राष्ट्रीय लोकदल का दामन थाम लिया। शाम को एक और भाजपा विधायक की खबर आई कि उन्होंने भाजपा छोड़ दिया है। शाम को भदोही से बीजेपी विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी ने इस्तीफे की खबरों का खंडन किया, त्रिपाठी जी ने कहा है कि मैं बीजेपी में हूं और समर्पित कार्यकर्ता हूं। मीरापुर के भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना फरीदाबाद के मूल निवासी हैं जिन्होंने आज भाजपा छोड़ दिया और राष्ट्रीय लोकदल के पाले में चले गए। वो फरीदाबाद तीन बार सांसद रह चुके हैं। एक बार मेरठ से भी मैदान मार चुके हैं और फरीदाबाद से 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव हार भी चुके हैं। एक बार फिर दल बदलने पर आज फरीदाबाद अवतार सिंह भड़ाना के बारे में चर्चाएं जोरों पर हैं।
अवतार सिंह भड़ाना देश के इकलौते ऐसे नेता हैं जो देश की दो बड़ी पार्टियों में एक साथ थे। हरियाणा में वो कांग्रेसी नेता और यूपी में भाजपा के विधायक थे। पिछले लोकसभा चुनावों में ललित नागर को फरीदाबाद कांग्रेस की टिकट मिल चुकी थी, नागर ने प्रचार भी शुरू कर दिया था लेकिन अवतार भड़ाना ने ललित नागर का सपना चकनाचूर कर दिया और कांग्रेस की टिकट उनसे छीन कर खुद लोकसभा का चुनाव लड़े। मोदी लहर थी और भड़ाना को दूसरी बार निराशा हाँथ लगी और भारी मतों से हार हुई। उन्होंने यूपी से भाजपा विधायक के रूप में इस्तीफ़ा दे दिया था लेकिन उनका इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया गया था और वो कल रात्रि तक भाजपा के विधायक थे। आज राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हुए। अब सवाल उठ रहे हैं कि अवतार भड़ाना क्या अब भी दो पार्टियों में रहेंगे? क्या अब भी वो हरियाणा में कांग्रेसी नेता और यूपी में रालोद के नेता कहे जायेंगे।
फरीदाबाद के वो कांग्रेसी नेता सिर खुजला रहे हैं जो अगला लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे कुछ नेता समझ नहीं पा रहे हैं कि वो चुनाव की तैयारी करें या न करें क्यू कि जब कोई देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा का विधायक रहते हुए फरीदाबाद से कांग्रेस की टिकट ला सकता है तो राष्ट्रीय लोकदल में रहते हुए भी ऐसा कर सकता है। माना जा रहा है कि भड़ाना यूपी के किसी विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। जीते तब भी फरीदाबाद लोकसभा सीट पर उनकी नजर रहेगी और हार गए तब भी?
मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि अवतार सिंह भड़ाना यूपी के जेवर सीट से चुनाव लड़ेंगे। कई दिनों से अवतार सिंह भड़ाना का गौतमबुद्धनगर के जेवर में आना जाना ज्यादा देखा गया। कई बार वह जेवर विधानसभा के गांवों में भी पहुंचे। जहां जाट व गुर्जर बिरादरी के लोगों के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। उन्होंने पहले ही साफ जाहिर कर दिया था की वह जेवर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। पूर्व में इस सीट पर बसपा का दबदबा रहा। 2017 के चुनाव में भाजपा के धीरेंद्र सिंह ने पूर्व मंत्री वेदराम भाटी को हराया। गठबंधन के बाद अब बताया जा रहा है की नोएडा सपा व जेवर रालोद के खाते में जा रही है। अफवाहें ये भी है कि जेवर में दुनिया का चौथा बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है, अगर वो यहाँ के विधायक बन गए तो सभी उंगलियां देसी घी में होंगी। समझ सकते हैं आप।
Post A Comment:
0 comments: