मुख्यमंत्री कार्यालय चण्डीगढ़ में मुख्यमंत्री शिकायत निवारण एवं निगरानी व्यवस्था पंजीकरण की निगरानी कर रहे ओएसडी श्री भूपेश्वर दयाल के अनुसार मुख्यमंत्री कार्यालय का प्रयास रहता है कम से कम समय में शिकायत का निपटान कर शिकायतकर्ता को सूचित किया जाए कि आपकी समस्या का समाधान सम्बन्धित विभाग द्वारा किया गया है और समाज के प्रबुद्घ व्यक्तियों ने भी इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि 28 जनवरी तक सीएम विंडो पर प्राप्त 9658 शिकायतों में से सर्वाधिक 663 शिकायतें हिसार जिले से प्राप्त हुई जबकि चरखी-दादरी से सबसे कम 175 शिकायतें दर्ज करवाई गई। उन्होंने बताया कि चण्डीगढ़ के लोग भी इस व्यवस्था पर विश्वास जता रहे हैं और जनवरी माह में 275 शिकायतें चण्डीगढ़ से भी सीएम विंडो पर प्राप्त हुई हैं । ओएसडी के अनुसार अम्बाला जिले से 247, भिवानी से 582,फरीदाबाद से 607,फतेहाबाद से 304, गुरुग्राम से 548, झज्जर से 474, जीन्द से 422,कैथल से 513, करनाल से 399,कुरुक्षेत्र से 330, महेन्द्रगढ़ मुख्यालय नारनौल से 366, नूंह से 439, पलवल से 390,पंचकूला से 195, पानीपत से 472, रेवाड़ी से 240, रोहतक व सिरसा से 566-566, सोनीपत से 409 तथा यमुनानगर जिले से 476 शिकायतें लोगों द्वारा दर्ज करवाई गई।
श्री भूपेश्वर दयाल ने बताया कि जनवरी माह में प्राप्त शिकायतों में से 297 शिकायतों का निपटान किया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से आरम्भ की गई सीएम विण्डो के माध्यम से 8.50 लाख से अधिक शिकायतों का समाधान किया गया है।
उन्होंने बताया कि अब तो आलम यह है कि आरटीआई एक्टिविस्ट भी मानने लगे हैं कि सीएम विण्डो के माध्यम से शिकायतों पर तत्परता से कार्यवाही होती है। उन्होंने बताया कि हर विभाग ने अलग से नोडल अधिकारी पदनामित किया गया है जो विभाग से सम्बन्धित शिकायतों का समाधान करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है और अधिकारियों के संज्ञान में मामले को लाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा निरन्तर कार्यवाही की जाती है और नियमित आधार पर प्रधान सचिव या अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों द्वारा समीक्षा की जाती है।
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