नई दिल्ली- पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अब पीएम मोदी मैदान में उतर चुके हैं और 10 फरवरी तक पीएम लगभग पांच रैलियों को सम्बोधित कर सकते हैं। आज उन्होंने वर्चुअल रैली को सम्बोधित भी किया। विपक्ष का कहना है कि पीएम मंहगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं पर खामोश हैं। कांग्रेसी नेता शंकर दयाल का कहना है कि कॉरोनकाल में देश के लगभग 85 फीसदी लोग कंगाल हुए और देश के दो उद्योगपतियों ने इसी दौरान अपनी संपत्ति कई गुणा बढ़ा ली। विपक्ष का कहना है कि मोदी जी अपने कुछ उद्योगपति दोस्तों के लिए काम कर रहे हैं। देश की जनता एक बड़े साजिश के तहत लूट खसोट का शिकार हुई,पहले पीएम के एक दोस्त ने फ्री में इंटरनेट बाँट करोड़ों ग्राहक बनाये फिर दाम बढ़ा दिया।
दयाल के मुताबिक पीएम के दोस्त अडानी ने तेल के दाम आसमान पर पहुंचा दिए। दो साल पहले सरसों का तक 80 रूपये प्रति किलो और बीच में 200 रूपये प्रति किलो बिका और यही सब कारण हैं कि पीएम के गुजराती दोस्त दो साल में मालामाल होते चले गए, जनता कंगाल होती चली गई। युवा बेरोजगार होते चले गए, किसानों की हालत भी खस्ताहाल हो गई , कहा गया था कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी और हर भारतीय के पास अपना आशियाना होगा लेकिन पीएम के हर बात झूंठी निकली। उनके दोस्त अडानी और अम्बानी ही फायदे में रहे और इनकी आय कई गुना बढ़ गई। दयाल का कहना है कि जनता मोदी जी को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। 2024 में उन्हें गुजरात भेज देगी।
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