चंडीगढ़, 22 जनवरी - गणतंत्र दिवस समारोह - 2022 के दिन राजपथ पर चलने वाली झांकियों में हरियाणा राज्य की झांकी खेल के क्षेत्र में भारत के गौरव का प्रदर्शन करती दिखाई देगी। ‘हरियाणा-खेलों में नंबर-वन’ की थीम पर तैयार हरियाणा राज्य की झांकी पर सवार अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों की मौजूदगी इसे दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनाएगी। इससे पूर्व वर्ष 2017 के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ थीम पर हरियाणा की झांकी का चयन किया गया था।
एक सरकारी प्रवक्ता ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह बड़े सौभाग्य और सम्मान की बात है कि देश के केवल 1.3 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र और 2.09 प्रतिशत आबादी वाले हरियाणा राज्य ने पिछले कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं, जिनमें प्रतिष्ठित ओलंपिक खेल भी शामिल हैं, में हमेशा देश का नाम रोशन किया है।
उन्होंने बताया कि टोक्यो ओलंपिक-2020 में भारत को प्राप्त कुल 07 पदकों में से हरियाणा के खिलाडिय़ों ने व्यक्तिगत वर्ग में एकमात्र स्वर्ण पदक सहित 04 पदक जीते। प्रदेश सरकार ने टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले राज्य के खिलाडिय़ों को 25.40 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। इसी प्रकार, टोक्यो पैरालंपिक-2020 में देश का मान बढ़ाने वाले हरियाणा के खिलाडिय़ों को 28.15 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए गए।
प्रवक्ता ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक और टोक्यो पैरालंपिक-2020 के अलावा, हरियाणा के खिलाडिय़ों ने ओलंपिक-2012 में भारत द्वारा जीते गए कुल 06 पदकों में से 04 पदक और ओलंपिक-2016 में 02 पदकों में से 01 पदक जीता था। इसी प्रकार, एशियाई खेल-2018 में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने देशभर के खिलाडिय़ों द्वारा जीते गए कुल 69 पदकों में से 17 पदक तथा एशियाई खेल-2012 में कुल 57 पदकों में से 21 पदक जीते थे। राष्ट्रमंडल खेल-2014 और 2018 में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने क्रमश: 20 और 22 पदक जीतकर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था।
प्रदेश सरकार खिलाडिय़ों को उचित सम्मान देने और खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने हेतु उन्हें नकद पुरस्कार के साथ-साथ पर्याप्त बुनियादी ढाँचा प्रदान कर रही है ताकि वे अपनी छिपी हुई प्रतिभा को प्रदर्शित कर सकें। उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति और सभ्यता को संजोने के अलावा, वैदिक भूमि हरियाणा ने कपिल देव, नीरज चोपड़ा, रानी रामपाल, साक्षी मलिक, योगेश्वर दत्त सहित कई अन्य उत्कृष्ट खिलाड़ी देश को दिए हैं। खेल के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले हरियाणा राज्य की झांकी के माध्यम से देश के सभी राज्यों व अन्य राष्ट्रों को न केवल हरियाणा की खेल प्रतिभाओं से नई प्रेरणा मिलेगी बल्कि वे इस छोटे से राज्य की बड़ी उपलब्धियों के साक्षी भी होंगे, जो सभी क्षेत्रों में विकास की लंबी दूरी पार कर चुका है।
प्रवक्ता ने बताया कि दो हिस्सों से बनी हरियाणा की झांकी के अगले हिस्से में घोड़े व शंख होंगे। घोड़ों से जुता रथ महाभारत युद्ध के ‘‘विजय रथ’’ का प्रतीक है। यहां रखा शंख भगवान श्रीकृष्ण के शंख का प्रतीक है। झांकी के दूसरे हिस्से को चार भागों में बांटा गया है। इसके पहले भाग में ओलंपिक की तर्ज पर बने अखाड़े में दो पहलवान खिलाड़ी कुश्ती का डेमो देंगे। इसके पीछे के दो हिस्सों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हरियाणा के 10 ख्याति प्राप्त खिलाड़ी खड़े होंगे।
झांकी के अंतिम हिस्से पर भाला फेंकने की मुद्रा में ओलंपियन नीरज चोपड़ा की आदमकद प्रतिकृति होगी। झांकी के दोनों ओर हाई रीलीफ में हरियाणा के चुनिंदा खेलों जैसे बॉक्सिंग, वेट-लिफ्टिंग, शूटिंग, डिस्कस-थ्रो व हॉकी के खिलाडिय़ों की गतिविधियों को उकेरा गया है।
झांकी के ऊपर खड़े होने वाले खिलाडिय़ों में बजरंग पुनिया,कुश्ती कांस्य पदक (ओलंपिक 2020); कुमारी रानी रामपाल कप्तान,महिला हॉकी टीम,चतुर्थ स्थान (ओलंपिक 2020); योगेश्वर दत्त, कुश्ती,कांस्य पदक(ओलंपिक 2012), श्रीमती ममता खरब, हॉकी,पूर्व कप्तान,महिला हॉकी टीम अर्जुन अवार्डी; सुमित अंतिल, पैरा एथलीट, स्वर्ण पदक (पैरालंपिक-2020); दीपक पूनिया, कुश्ती,चतुर्थ स्थान(ओलंपिक 2020); हरविंदर, पैरा आर्चरी,कांस्य पदक (पैरालंपिक 2020); योगेश कथूनिया, पैरा एथलीट, रजत पदक (ओलंपिक 2020); रामपाल, पैरा एथलीट, प्रतिभागी(पैरालंपिक-2020); रंजीत,पैरा एथलीट, प्रतिभागी(पैरालंपिक-2020); आशु, कुश्ती, लाईव प्रदर्शन; अनिल, कुश्ती, लाईव प्रदर्शन शामिल हैं। इनके अलावा, डॉ.कुलदीप सैनी, प्रतिनिधि, हरियाणा सरकार,अतिरिक्त निदेशक, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग भी वहां मौजूद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों व अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में का मान बढ़ाने के लिए इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के लिए हरियाणा राज्य की झांकी का विशेष रूप से चयन किया गया है। ‘विजय रथ’ रूपी यह झांकी केवल हरियाणा ही नहीं पूरे भारत के मान-सम्मान व गौरव का प्रतीक है।
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