फरीदाबाद | आसाराम आश्रम की ओर से आज बल्लबगढ़ स्थित ध्रुव वाटिका में तुलसी पूजन दिवस मनाया गया| इस अवसर पर भांखरी आश्रम के संचालक रामा भाई ने तुलसी पूजन किया और इसका महत्त्व बताया| इस अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तुलसी की प्रदक्षिणा कर आरती की ।
उन्होंने बताया कि तुलसी का धार्मिक, आयुर्वेदिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक महत्त्व है। तुलसी के विभिन्न औषधीय और आध्यात्मिक फायदों से प्राचीनतम काल से अवगत होने के कारण सनातन संस्कृति में इसे माता का स्थान दिया गया है| यह स्वास्थ्य व पर्यावरण-सुरक्षा की दृष्टि से भी अहम है। उन्होंने कहा कि ‘‘केवल भारत ही नहीं वरन् विश्व के सभी लोग तुलसी के सेवन, रोपण के चमत्कारिक लाभों का फायदा उठाकर स्वस्थ व निरोगी जीवन पा सकते हैं। तुलसी को घर का वैद्य भी कहा गया है । तुलसी के पत्तों के सेवन से बल, तेज और यादशक्ति बढ़ती है । इसमें कैंसर-रोधी तत्त्व भी पाये जाते हैं । फ्रेंच डॉक्टर विक्टर रेसीन का कहना है कि ‘‘तुलसी एक अद्भुत औषधि (wonder drug) है, जो ब्लडप्रेशर, मानसिक रोगों आदि में अत्यंत लाभकारी है तथा पाचनतंत्र का नियमन व रक्तकणों की वृद्धि करती है ।’’
रामा भाई ने प्रत्येक व्यक्ति को ऐसी महिमामयी तुलसी का सम्पूर्ण लाभ मिले और देश में सुख-सौहार्द, स्वास्थ्य व शांति की वृद्धि होकर जन-समाज का जीवन मंगलमय हो, इस लोकहितकारी उद्देश्य से संत श्री आशारामजी बापू की प्रेरणा से वर्ष 2014 से 25 दिसम्बर के दिन ‘तुलसी पूजन दिवस’ मनाने का शुभारम्भ हुआ । तब से देशभर में प्रतिवर्ष यह दिवस विद्यालयों, महाविद्यालयों, मंदिरों, सोसायटियों, बाल संस्कार केन्द्रों तथा धार्मिक स्थलों में सामूहिक रूप से एवं अपने-अपने घरों में भी लोगों द्वारा मनाया जाता है । केवल भारत ही नहीं संतश्री की प्रेरणा से यह दिवस विदेशों में भी मनाया जाता है ।’’
इस कार्यक्रम के उपरांत तुलसी पूजन दिवस को विश्वव्यापी बनाने के लिए उपस्थित सभी भाई-बहनों ने अपने घर और मोहल्ले में इसी प्रकार 25 दिसम्बर को तुलसी के सामूहिक पूजन का आयोजन करने का संकल्प लिया । सोशल मीडिया में भी 'तुलसी पूजन कार्यक्रम’ को लोगों ने इसे खूब सराहा ।
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