नई दिल्ली- मंहगाई के खिलाफ आज कांग्रेस ने जयपुर में एक बड़ी रैली का आयोजन किया और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि देश चार-पांच उद्योगपतियों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक 'संघ' के ओएसडी हैं। देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि "दो शब्दों का एक मतलब नहीं हो सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों के मतलब अलग हैं। एक शब्द हिन्दू दूसरा शब्द हिन्दुत्ववादी। मैं हिन्दू हूं लेकिन हिन्दुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू थे और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे।"चाहे कुछ भी हो जाए, हिन्दू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए हिन्दू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सत्य रहा। जबकि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है। वह सत्ता के लिए किसी को भी मार देगा।
राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरी जिंदगी सच को ढूंढने बीता दी और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने उनकी छाती में तीन गोली मारी। हिंदुत्ववादी अपनी पूरी जिंदगी सत्ता को खोजने में लगा देता है उसको सत्य से कुछ लेना देना नहीं है उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और उसके लिए वो कुछ भी कर देगा। राहुल गांधी ने कहा कि देश में हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं। उन्होंने कहाकि देश में हिंदू रहते हैं, लेकिन हिंदुत्ववादी देश को चला रहे हैं। हमें एक बार फिर इन हिंदुत्वादियों को बाहर निकालना है, हिंदुओं का राज लाना है।
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