नई दिल्ली- छल, कपट टैक्स चोरी कर आजकल कुछ लोग जमकर मालामाल हो गए हैं। मेहनतकशों और ईमानदार लोगों का हाल बेहाल होता जा रहा है। तीन दशक पहले अधिकतर घरों में टेलीविजन नहीं थे। गांवों की बात करें तो किसी-किसी गांव में ब्लैक ऐंड व्हाइट टीवी हुआ करता था और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के अभाव के कारण लोग बैटरी से टीवी चलाते थे। दूर दराज जहाँ बिजली होती थी वहां से बैटरी चार्ज करते थे। उसी दौर में महाभारत सीरियल आया और देश के लोगों ने काफी पसंद किया।
गावों में कई-कई किलोमीटर चलकर लोग ये सीरियल देखने जाते थे और जिनके यहाँ टीवी होती थी वहां उस समय मेला लग जाता था जब ये धारावाहिक शुरू होता था। यही कारण हैं कि महाभारत के कई कलाकारों को लोग अब भी नहीं भूले। कोरोनाकाल में फिर ये धारावाहिक दिखाया गया और युवा वर्ग जो उस दौर में पैदा नहीं हुए थे वो भी इन कलाकारों के अभिनय के मुरीद हुए। यहाँ चौंकाने वाली खबर ये है कि उसी महाभारत सीरियल के ख़ास कलाकार प्रवीण कुमार सोबती जिन्होंने भीम का दमदार रोल किया था वो आज पाई-पाई के लिए मोहताज हैं। 74 साल की उम्र में उन्होंने पेंशन की गुहार लगाईं है। उनकी आर्थिक हालत दयनीय बताई जा रही है।
अभिनेता प्रवीण कुमार का कहना है कि पंजाब की सभी सरकारों से मुझे शिकायत है क्यू कि वर्तमान में जो खिलाड़ी एशियन एवं अन्य खेलो में पदक जीतते हैं उन्हें मालामाल कर दिया जा है और भारी भरकम पेंशन भी दी जाती है। सरकार ने मुझे इस अधिकार से वंचित रखा।
आपको बता दें कि प्रवीण कुमार उर्फ़ भीम पंजाब के अमृतसर के पास एक सरहली नामक गांव के रहने वाले हैं। दो बार ओलंपिक, फिर एशियन, कॉमनवेल्थ में कई गोल्ड, सिल्वर मेडल हासिल कर चुके प्रवीण 1967 में खेल के सर्वोच्च पुरुस्कार ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से नवाजे जा चुके हैं। एक इंटरव्यू के दौरान टीवी के भीम ने कहा कि कोरोना ने रिश्तों की सच्चाई को बयां किया है। सब रिश्ते खोखले हैं। मुश्किल वक्त में कोई सहारा तो दूर अपने भी भाग जाते हैं। प्रवीण ने बताया कि अब उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती है, खाने में भी कई तरह के परहेज हैं. उनकी पत्नी उनकी देखभाल करती है।
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