पहले लोग उस समय निगम पर तंज कसते थे जब निगम को स्वच्छता के क्षेत्र में कोई पुरस्कार मिलता था अब लोगों की राय बदल गई है। अब लोग कहने लगे हैं कि सच में फरीदाबाद स्वच्छ हो रहा है। निगम के अधिकारी और कर्मचारी अब कई-कई घंटों तक सड़कों पर दिख रहे हैं जबकि पहले निगम के अधिकारी दफ्तरों तक ही सीमित रहते थे और कर्मचारी निगम मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करते ही दिखते थे। आये दिन निगम मुख्यालय पर सरकार के मुर्दाबाद के नारे लगाने वाले निगम कर्मचारी अब काम काज करते दिख रहे हैं।
निगमायुक्त यशपाल यादव महामारी के दूसरे चरण में अपनी काबिलियत दिखा चुके है जब वो जिले के जिलाधीश थे। आज शहर के बड़े डाक्टरों ने एक कार्यक्रम में बताया कि फरीदाबाद को कोरोना मैनेजमेंट में प्रथम स्थान मिला है। इस आवार्ड के पीछे शहर के लगभग चार हजार पुलिसकर्मी जिन्होंने रात दिन काम किया था और जिला अधिकारी की टीम की मेहनत भी है।
आज के लगभग 20 दिन पहले शहर के अधिकतर लोग फरीदाबाद नरक निगम कहते थे लेकिन अब शहर के हालत में युद्ध स्तर पर बदवाल के बाद लोगों ने नगर निगम को फिर नगर निगम कहना शुरू कर दिया है। शहर की कुछ सड़कें अगर जल्द ठीक हो जाएँ तो फरीदाबाद सच में एक अच्छा शहर जल्द बन सकता है। कुछ तस्वीरें देखे शहर कैसे बदल गया वो भी सिर्फ दो हफ़्तों में
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