8 दिसम्बर 2021- स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि कैश फोर जोब गिरोह चलाने वाले हरियाणा लोक सेवा आयोग के उपसचिव एचसीएस अधिकारी अनिल नागर को मंगलवार को हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया, लेकिन नागर द्वारा पर्दे के पीछे से कैश फोर जोब गिरोह चलाने वाले सत्तारूढ़ संघीयों को सत्ता दुरूपयोग सेे बेनकाब होने से बचाया जा रहा है। विद्रोही ने कहा कि अब यह भी साबित हो गया कि चौटाला-इनेलो राज में अनियमितताएं बरती गई और वर्ष 2004 में एचसीएस में चयनित अनिल नागर सहित 23 अन्य अधिकारियों को भाजपा खट्टर सरकार ने जांच नतीजों को दरकिनार करके वर्ष 2016 में सत्ता दुरूपयोग से ज्वाईनिंग करवाई थी और नागर को फ्रैशर अधिकारी होने के बावजूद भी एचसीएससी में विशेष उपसचिव बनाकर एचपीएससी में तैनात किया। एक नये अधिकारी को ऐसे महत्वपूर्ण पद पर अवैद्यानिक पद बनाकर क्यों तैनात किया, इसका जवाब भी कैश फोर जोब घोटाले ने दे दिया। साफ है कि प्रदेश की सरकारी नौकरिया बेचने के लिए कैशे फोर जोब गिरोह बनाने के लिए ही सत्तारूढ़ संघीयों ने अनिल नागर को अवैद्यानिक पद बनाकर नियुक्त किया था। अब पर्दाफाश होने पर भर्ती घोटाले की सारी जवाबदेही नागर के मत्थे मंढकर उसे तो बर्खास्त कर दिया गया, लेकिन पर्दे के पीछे के असली खिलाडी सत्तारूढ़ संघीयों व सीएमओ की संलिप्ता को विजिलैंस जांच के नाम से छुपाया व बचाया जा रहा है।
विद्रोही ने कहा कि जब मुख्यमंत्री खट्टर जी व उनके मंत्री-संतरी, भाजपाई-संघी, भाजपा सांसद-विधायक प्रदेश में शुचिता, ईमानदारी, मैरिट से सरकारी नौकरियां देने का झूठा ढिंढौरा पीट रहे थे तब भी मेरे जैसे लोग विगत पांच साल से लगातार कहते आ रहे थे कि शुचिता, ईमानदारी, मैरिट की आड़ में प्रदेश की सभी व्हाईट कालर जोब बेची जा रही है और आरक्षित पदों को छोड़कर सभी अन्य पदों पर तीन जातियों के संघीयों को सुनियोजित ढंग से घोटाला करके सरकारी नौकरियां बेची जा रही है। पुलिस सिपाही, चपरासी जैसे पद पर जिन तीन जातियों के संघी नौकरियां नही करते, उनमें कुछ पारदर्शिता व मैरिट से नौकरियां देकर ऐसा माहौल बनाया गया कि मानो हरियाणा में राम राज आ गया हो और सरकारी नौकरियां ईमानदारी व मैरिट से मिल रही है। सत्ता दुरूपयोग से प्रायोजित खबरे परोसकर, लेख छपवाकर मनोहरलाल खट्टर का महिमामंडन किया गया, वहीं व्हाईट कालर जोब सुनियोजित ढंग से मोटा माल लेकर बेची गई।
विद्रोही ने कहा कि जब ऐसे आरोप लगाते थे तब भक्त व संघी आरोप लगाने वालों का मजाक उड़ाते थे। लेकिन हरियाणा में भाजपा खट्टर राज में नौकरिया कैसे मिलती है, यह सच सामने आ गया। खट्टर जी पारदर्शिता, मैरिट, ईमानदारी बिना पर्ची-खर्ची के नौकरियां देने का ढिंढौरा भी पीटतेे रहे, वहीं गुपचुप रूप से नौकरी इच्छुक युवाओं के अभिभावकों के कानों में मंतर भी डाला गया कि भर्ती परचा छोड़ो कोरा, संघीयों को नोट भरकर दो बोरा तभी सरकारी नौकरी पर लगेगा तुम्हारा छोरा। यह सत्य सामने आने पर अब भाजपा खट्टर सरकार कठपुलियों पर गाज गिराकर नौकरी बेचने, लूट पर पर्दा डालना चाहती है ताकि लुटेरे-घोटालेबाज संघी बेनकाब न हो। विद्रोही ने मांग की कि कैश फोर जोब, परचा छोडो कोरा-नौकरी पाने नोटो का भरकर दो बोरा घोटालेे के असली अपराधियों को सामने लाकर दंडित करवाने इस घोटाले की जांच पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल से करवाई जाये।
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