नारनौल 6 नवंबर - भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं सर्जन का देवता माना जाता है, हमारे धर्म ग्रंथों के अनुसार देवता केवल देते हैं, लेते नहीं, इसीलिए देने वाले को देवता कहा जाता, हमें देवता बनने की कामना करनी चाहिए उक्त विचार जनसेवा मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन बछौदिया ने जनपद के कस्बा अटेली स्थित भगवान विश्वकर्मा मंदिर में भगवान विश्वकर्मा के दर्शन कर उनकी प्रतिमा को माला पहनाने के बाद मंदिर के बाहर उपस्थित जानो के सामने व्यक्त किए, उन्होंने कहा हिंदू धर्म के सभी व्रत-त्योहार व जयंती अपने आप में सार्थक है, हमें अपने देवताओं एवं महापुरुषों के जीवन की विस्तृत जानकारी लेकर उसका अनुसरण करना चाहिए |
भगवान विश्वकर्मा ने कर्म की मेहता का जो संदेश दुनिया को दिया, पूरी दुनिया उससे जगमग है, सर्जन और निर्माण के सिद्धांत पर ही दुनिया में नए-नए आविष्कार व नए -नए निर्माण संपन्न हो रहे हैं| भक्ति में शक्ति होती है, इसलिये भक्ति करके हम मनचाहा वरदान देवताओं से पा सकते| इस युग में भक्ति का का अनुपम तरीका सत्संग है, जिसमें आप जितना समय व धन लगाओगे उसका पुण्य कई गुना होकर तुरंत वापिसआपको लौटता है| इसलिए हमें ऐसे पवित्र स्थल पर आकर धर्म लाभ कमा कर पुण्य का भागी बनना चाहिए| उपस्थित जनों ने समाजसेवी पवन बाछोदिया का करतल ध्वनियों से ज़ोरदार स्वागत किया || इस अवसर पर सीनियर सिटीजन दीनदयाल मिस्त्री, रोहतास जांगड़ा, नगर पार्षद अशोक जांगड़ा, पूर्व नगर पार्षद बाबूलाल जांगड़ा, मुकेश जांगड़ा, बिल्लू जांगड़ा, कैलाश जांगड़ा, नीरज जांगड़ा, विकास जांगड़ा, सुल्तान सिंह जांगड़ा आदि समेत समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे|
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