फरीदाबाद - एन आई टी तीन फरीदाबाद स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा उन्मूलन विषय पर जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और गाइड्स द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध हिंसा उन्मूलन के लिए संयुक्त राष्ट्र और अंतर-संसदीय संघ के रूप में इस दिन का समर्थन करने के विभिन्न गतिविधियों को व्यवस्थित करने के लिए सरकारों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और गैर सरकारी संगठनों को प्रोत्साहित किया जाता है। यूनाइटेड नेशंस एंटिटी फॉर जेंडर इक्वलिटी एंड द एम्पावरमेंट ऑफ वुमन हर वर्ष इस दिन को जागरूकता कार्यक्रम मनाती है और अन्य संगठनों को इसका पालन करने के लिए सुझाव देती है।
2014 के लिए फोकस इस बात पर है कि बीजिंग डिक्लेरेशन और प्लेटफॉर्म फॉर एक्शन जिसे उन्नीस वर्ष हो गए हैं कि चिंता के सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हिंसा कैसे कम हो, इस दिन का आधार इस तथ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना है कि विश्व भर में महिलाएं बलात्कार, घरेलू हिंसा और हिंसा के अन्य रूपों की शिकार हैं इसके अतिरिक्त इसका एक उद्देश्य यह बताना है कि इस विषय का वास्तविक स्वरूप सामान्यतः छिपा होता है। इस वर्ष 2021 की थीम है- ऑरेंज द वर्ल्ड अर्थात अब महिलाओं के खिलाफ हिंसा समाप्त करें।महिलाओं के विरुद्ध हिंसा को रोकना और उसका प्रत्युत्तर देना मानवाधिकार, लैंगिक समानता और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकता है।
हर देश और संस्कृति में महिलाओं को उनकी विविधता में हिंसा और बलपूर्वक से मुक्त जीवन सुनिश्चित करने के लिए और अधिक कार्यवाही की आवश्यकता है। प्राचार्य मनचंदा और कॉर्डिनेटर डॉक्टर जसनीत कौर ने बताया कि 2021 में डबलू एच ओ और भागीदारों ने महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की व्यापकता के अब तक के सबसे बड़े अध्ययन से हुए डाटा में महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर डब्ल्यूएचओ-यूएन महिला संयुक्त कार्यक्रम द्वारा समर्थित रिपोर्ट से पता चलता है कि अपने पूरे जीवनकाल में प्रत्येक तीन में से एक महिला किसी अंतरंग साथी द्वारा शारीरिक या यौन हिंसा या गैर-साथी से यौन हिंसा से प्रताड़ित होती है।
महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने 25 नवंबर को लिंग आधारित हिंसा दिवस के रूप में मनाया है। इस तिथि को मिराबल बहनों को सम्मानित करने के लिए चुना गया था जिनकी 1960 में देश के शासक राफेल ट्रूजिलो के आदेश से बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। वो तीनों डोमिनिकन गणराज्य की तीन राजनीतिक कार्यकर्ता थीं। आज सुंदर अभिव्यक्ति के लिए सृष्टि, रितु, निशा, भूमिका और प्रिया की प्राध्यापिका डॉक्टर जसनीत कौर और प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने बहुत प्रशंसा कर उत्साहवर्धन किया।
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