फरीदाबाद - शहर की अदालत में 3000 से ज्यादा वकील है जिनमे दो हजार से ज्यादा युवा वकील हैं और मैं अधिकतर युवा वकीलों मदद करने का प्रयास करता हूँ। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर का जो सोमवार दोपहर अपने चैंबर में आठवीं बार कानूनी पुस्तकों का वितरण करेंगे।
एडवोकेट पाराशर ने बताया कि इस बार एक दो नहीं चार तरह की पुस्तकें वितरित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि पहली किताब क्रिमिनल मैनुअल मेजर एक्ट की होंगे जो अभी नई आई है और दूसरी किताब सुप्रीम लीगल रिफ्रेंस 2022 और तीसरी सुप्रीम कोर्ट डाइजेस्ट आन इंडियन पैनल कोड और साथ में 2022 की एक डायरी वितरित की जाएगी।
उन्होंने सभी वकीलों से अपील की है कि दोपहर एक बजे उनके चैंबर 382 में पहुंचकर ये किताबें निःशुल्क ले जाएँ। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण वो कुछ समय तक वकीलों की मदद नहीं कर सके लेकिन अब वकीलों की हर तरह के मदद करते रहेंगे। उन्होंने बताया कि ये किताबें युवा वकीलों के लिए रामबाण साबित होंगी और क्रिमिनल केस लड़ने में उनकी मदद करेंगी। वो बोल्ड होकर अपना पक्ष रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में अधिकतर युवा वकील बड़े केस नहीं लड़ पाते। ये किताबें उनके इस कमी को पूरा करेंगी।
एडवोकेट पाराशर ने कहा कि फरीदाबाद की अदालत में अब भी सैकड़ों वकीलों के पास चैंबर नहीं है। वो इधर उधर भटकते रहते हैं। इसके लिए उन्होंने सीएम मनोहर लाल और जिला अधिकारी जितेंद्र यादव को पत्र लिखा है और मांग की है कि अदालत परिसर में खाली जगह उपलब्ध है और यहां वकीलों को बैठने के लिए सीट का निर्माण करवाया जाए।
Post A Comment:
0 comments: