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मिर्गी दिवस पर ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

Epilepsy-Day
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17 नवंबर 2021, फरीदाबाद - राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी तीन फरीदाबाद की सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइड्स ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय एपिलेप्सी दिवस पर ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि एपिलेप्सी अर्थात मिर्गी की अवस्था में मिर्गी रोगियों के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाने के उद्धेश्य से हर वर्ष भारत में 17 नवंबर को मिर्गी दिवस मनाया जाता है।

 मिर्गी मानव शरीर के मस्तिष्क में होने वाली एक ऐसा न्यूरोलॉजिकल विकार है। जिसके कारण पीड़ितों को बार-बार दौरे पड़ने लगते हैं मिर्गी के अंतर्गत व्यक्ति के मस्तिष्क में कोशिकाओं में अत्यधिक तेजी से विद्युत का संचालन होने के कारण दौरे जैसी स्थिति बन जाती है। और कुछ ही देर में व्यक्ति देखते ही देखते अचेतन हो जाता है। प्राथमिक चिकित्सा के नेशनल सर्व मास्टर ट्रेनर प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि मिर्गी की बीमारी किसी भी आयु ने किसी को भी प्रभावित कर सकती है परंतु भिन्न भिन्न आयु में इस बीमारी के लक्षण भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कुछ आंकड़े प्रदर्शित किए गये हैं। जिनमें दर्शाया गया है कि पूरे विश्व में 50 लाख से अधिक व्यक्ति मिर्गी की बीमारी के रोगी हैं। जबकि भारत में अनुमानित रूप से 10 लाख लोग मिर्गी रोग के प्रभाव में हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि अधिकतर व्यक्ति लगभग 80 प्रतिशत विकासशील देशों के है। व्यक्ति के मस्तिष्क में कोई चोट लगी हो तो मिर्गी होने की संभावना होती है।जिन व्यक्तियों को स्ट्रोक एवं ब्रेन ट्यूमर की समस्या होती है उनको भी मिर्गी की शिकायत हो सकती है।

 छोटी आयु में यदि किसी के तेज बुखार या फिर कोई तपेदिक रोग से पीडित रहा हो तो भी मिर्गी का शिकार हो सकते है। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि मिर्गी के दौरे के समय पीड़ित के आस पास कोई वस्तु जिस से पीड़ित को चोट लग सकती है हटा देनी चाहिए, किसी भी प्रकार के डेंजर को दूर करें अन्यथा रोगी को डेंजर से दूर कर देना चाहिए ताकि अचेतन अवस्था में रोगी किसी वस्तु से टकरा कर घायल अथवा चोटिल न हो जाए। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने एपिलेप्सी दिवस पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में संयोजन के लिए प्राध्यापिका डॉक्टर जसनीत कौर और छात्रा अंजली एवं तबिंदा का अन्य छात्राओं को जागरूक करने के लिए उत्साहवर्धन किया।

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