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बाल दिवस पर मधुमेह के प्रति किया जागरूक

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14 नवंबर 2021, फरीदाबाद - राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद की सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, गाइड्स और जूनियर रेडक्रॉस ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में बाल दिवस एवं विश्व डायबिटीज दिवस पर वर्चुअल जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि मधुमेह एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है। वर्तमान में प्रत्येक पांच में से एक व्‍यक्‍ति मधुमेह की बीमारी से ग्रसित है। उन्होंने कहा कि इस बार विश्व डायबिटीज डे की थीम है एसेस टू डायबिटीज केयर अर्थात मधुमेह के निदान और देखभाल तक लोगों की पहुंच। 

सर फ्रेडरिक बैंटिंग के जन्मदिन के अवसर पर 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। सर फ्रेडरिक बैंटिंग ने ही 1921 में चार्ल्स बेस्ट के साथ इंसुलिन की खोज की थी। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन मिलकर थीम निर्धारित करते हैं। मधुमेह ऐसी बीमारी है जो अधिकांश लोगों को अनुवांशि‍क होती है। यदि किसी परिवार में मधुमेह की बीमारी पहले से है तो उस परिवार में पीढ़ी-दर-पीढ़ी यह बढ़ती जाती है। प्राचार्य मनचन्दा ने कहा कि डायबिटीज  पीड़ित व्‍यक्‍ति के रक्त में ग्‍लूकोज की मात्रा ज्‍यादा होने के कारण होती है। तथा ऐसा दो कारणों से होता है  पहला जब किसी व्‍यक्‍ति के शरीर में इंसुलिन का बनना बंद हो जाता है या व्‍यक्‍ति के शरीर की कोशिकाएं बन रही इंसुलिन पर प्रतिक्रिया नहीं करती। जब रोगी के शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाती है उस समय व्‍यक्ति को मानव निर्मित इंसुलिन का सहारा लेना पड़ता है। इस अवस्था को भी डायबिटीज कहा जाता है। जब रोगी के शरीर की कोशिकाएं उसके शरीर की इंसुलिन पर प्रतिक्रिया करना बंद कर देती हैं उस स्‍थिति में भी व्‍यक्ति को मधुमेह जैसी बीमारी का सामना करना पड़ता है।

पिछले दस वर्षों से भारत में मधुमेह के रोगियों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि हुई है। यह संख्या आधुनिक जीवन शैली और आहार की अनियमितता की वजह से विकराल हो रही है। हम में से बहुत से लोग नहीं जानते कि मधुमेह है क्या और किस कारण से यह निरंतर बढ़ रही है। शरीर का अधिक भारी होना, वसायुक्त पदार्थो का अधिक मात्रा में सेवन, अधिक देर तक बैठने वाला काम करना, मानसिक तनाव होना, मेडिसन का अधिक प्रयोग,  गर्भावस्था तथा बढ़ती आयु आदि में डायबिटीज होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। प्राचार्य मनचंदा और कॉर्डिनेटर गणित प्राध्यापिका डॉक्टर जसनीत कौर ने छात्राओंगीता, प्रियांशी और खुशी का बाल दिवस पर डायबिटीज के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूक करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए सभी को सक्रिय जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।

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