फरीदाबाद 15 नवंबर। फरीदाबाद के पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना ने बढ़ते वायु प्रदूषण पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि जो फरीदाबाद कभी विकास व औद्योगिक नगरी के रूप में विश्व के मानचित्र पर चमकता था, आज प्रदूषण और अपराध की नगरी बनकर रह गया है। उन्होंने इसके लिए मौजूदा शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि आज फरीदाबाद की हवा खतरे के मानक को भी पार कर गई है, इसके बावजूद सरकार व प्रशासन अवैध निर्माण, अवैध खनन व डंपिंग जैसे कार्याे को रोकने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। आखिरकार प्रशासन ऐसे गैरकानूनी गतिविधियों पर अकुंश क्यों नहीं लगा पा रहा? भड़ाना आज अपने निवास स्थान अनंगपुर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
पूर्व सांसद ने कहा कि उनके कार्यकाल में फरीदाबाद जिला विकास के लिए जाना जाता था परंतु पिछले सात सालों में इस शहर की दशा और दिशा पूरी तरह से बदल गई है। पिछले 6 महीनों के दौरान सूरजकुंड से लेकर बल्लभगढ़ तक इतना प्रदूषण बढ़ गया है कि आम आदमी खुली हवा में सांस तक नहीं ले सकता वहीं आगरा कैनाल और गुडग़ांव कैनाल के पानी का स्तर इस कद्र जहरीला हो गया है कि पशु भी इस पानी को नहीं पीते और न ही किसान इसका उपयोग खेती के लिए करते।
उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि खोरी में बसे गरीब लोगों को तो पर्यावरण के नाम पर बेघर कर दिया, लेकिन उसके आसपास बनी अवैध फैक्टरियों, अवैध निर्माणों को प्रशासन ने छूआ तक नहीं, जबकि सही मायनों में ऐसे लोगों ने ही प्रकृति का संतुलन बिगाड़ रखा है। पूर्व सांसद ने कहा कि शहर में अवैध रूप से ऐसी अनेकों औद्योगिक इकाईयां चल रही है, जिनके दूषित जहरीले धुंए और जहरीले पानी की वजह से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है, सडक़ों के हालात ऐसे है, कि धुल के गुंबार उडऩे के चलते वाहन चालकों को आवागमन में भी परेशानियां पेश आ रही है, लेकिन नगर निगम, हुडा व अन्य संबंधित विभाग की ओर कोई ध्यान दे रहे, वह न तो सडक़ें बनवा रहे, न ही धूल रोकने के लिए पानी का छिडक़ाव करवा रहे और न ही प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्यवाही कर रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर वायु प्रदूषण पर प्रशासन व सरकार को वाकई में रोकथाम लगानी है तो वह निष्पक्ष तौर पर प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्यवाही करे चाहे फिर वह कितना भी प्रभावशाली व्यक्ति हो, चाहे वह फिर मैं हूं या यहां के जनप्रतिनिधि हो।
पूर्व सांसद अवतार भड़ाना ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांग करते हुए कहा कि वह वायु प्रदूषण के मुद्दे को गंभीरता से ले और एक ऐसा आयोग गठित करे जो न केवल यह जांच करें कि जिले में अवैध रूप से चल रही कपंनियों, अवैध माईनिंग, अवैध निर्माणों व डंपिंग जैसे कार्याे को कौन संरक्षण देकर प्रदूषण को बढ़ावा दे रहा है ताकि इस प्रकार की अवैध मुहिमों पर अकुंश लगे और लोगों को शुद्ध हवा मुहैया हो सके।
Post A Comment:
0 comments: