चंडीगढ़- या तो हवा पक्ष में हो या जमीनी पकड़ हो तब कोई चुनाव जीता जा सकता है। आज ऐलनाबाद उप चुनाव में यही हुआ। शुरू से ही अभय चौटाला की पकड़ मजबूत रही लेकिन भाजपा-जजपा की जबरजस्त बल्लेबाजी दिखी। इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला 6739 वोटों से चुनाव जीत गए, उन्हें कुल 65,992,वोट जबकि भाजपा-जजपा प्रत्याशी गोविन्द कांडा को 59,253 वोट और कांग्रेस के पवन बेनीवाल को 20,904 वोट मिले।
ये सीट अभय चौटाला की ही थी और उन्ही के पास रही। गोविन्द कांडा हारे जरूर लेकिन इज्जत के साथ हारे जबकि कांग्रेस के पवन बेनीवाल को बड़ी हार मिली। इस चुनाव में भाजपा ने प्रदेश के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को मैदान में उतार दिया था और बूथ स्तर पर पकड़ मजबूत रही लेकिन अभय चौटाला को किसान आंदोलन का फायदा मिला और उनकी जीत हो गई। कांग्रेस इसका फायदा नहीं उठा पाई क्यू कि कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं का अभाव है और प्रदेश में संगठन के नाम पर कांग्रेस के पास झुनझने के अलांवा कुछ भी नहीं है। इसीलिये कांग्रेस झुनझुना बजाती रह गई। प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने ऐलनाबाद में जमकर प्रचार किया लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। कांग्रेस की गुटबाजी भी बेनीवाल की हार का कारण बनी।
आपको बता दें कि अभय चौटाला को जाट समाज का वोट जमकर मिला है। ऐसा माना भी जा रहा था। कई जिलों में जाट समाज के अधिकतर लोग भाजपा से नाराज चल रहे हैं। ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 54 फीसदी मतदाता सामान्य जाति के हैं और इसमें भी अकेले जाट समाज के लोगों का वोट 37 फीसदी है। पिछड़ा वर्ग के 24 फीसदी जबकि अनुसूचित जाति वर्ग के 22 फीसदी मतदाता हैं।
Post A Comment:
0 comments: