11 अक्टूबर 2021- स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के बढ़ते आक्रोश व हरियाणा में इस आंदोलन के फलस्वरूप पड़ते राजनीतिक प्रभाव से मुख्यमंत्री खट्टर व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दोनो का मानसिक संतुलन डगगमा चुका है। विद्रोही ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री खटटर भाजपा कार्यकर्ताओं को उकसाकर आंदोंलनरत किसानों को लठ्ठो से पीटनेे का आहवान करते है, वहीं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अपने छोटे भाई दिग्विजय चौटाला के माध्यम से किसान आंदोलन में जातिय जहर पैदा करके इसे कमजोर करके अपने परिवार की गिरती साख को बचाने का कुप्रयास कर रहे है। सिरसा व जींद क्षेत्र में किसान आंदोलन की पैनी धार से दुष्यंत चौटाला परिवार अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती देेखकर बौखलाहट में है। इसी बौखलाहट में उन्होंने एक तीर से दो शिकार करने की फिराक में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेन्द्र यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से जातिय तीर फेंककर किसान आंदोलन में जातिय जहर घोलने का कुप्रयास किया है।
विद्रोही ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को इस बात से भारी बौखलाहट है कि वे किसान आंदोलन के चलते न तो अपने सिरसा स्थित घर जा पाते है और न ही अपने चुनाव क्षेत्र उचाना में घुस पाते है। दुष्यंत चौटाला परिवार सिरसा व जींद अर्थात अपने घर व चुनाव क्षेत्र दोनो में कहीं भी राजनीतिक कार्यक्रम करने की हैसियत नही है। इसलिए वे बौखलाहट में जातिय कोर्ड खेलकर योगेन्द्र यादव पर हमला करके उन्हे चुनौती दे रहे है कि यदि उनमें हिम्मत है तो वह राव इन्द्रजीत सिंह के चुनाव वाले क्षेत्र व खुद के पैतृक क्षेत्र अहीरवाल में भाजपा-राव इन्द्रजीत सिंह के राजनीतिक कार्यक्रम रोककर दिखाये। ऐसा कहकर वस्तुत: दुष्यंत चौटाला एंड कम्पनी एक तरह से अपनी खीज उतारते हुए कह रहे है कि योगेन्द्र यादव हमारे क्षेत्र में आकर हमारी जाति के लोगों के सहारे हमे राजनीतिक कार्यक्रम करने से रोकने में सफल क्यों हो रहे है?
विद्रोही ने कहा कि किसान आंदोलन में जातियता का यह जहर घोलना दुष्यंत चौटाला की बौखलाहट है और जिस तरह ऐलनाबाद उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार को लोग राजनीतिक कार्यक्रम करने नही दे रहे है, उससे दुष्यंत चौटाला एंड कम्पनी की बौखलाहट और बढेगी। सिरसा जिला उनका गृह जिला है और जब उनके गृह क्षेत्र में ही भाजपा चुनाव में भी गांवों में नही घुस सकेगी तब मोदी-अमित शाह के सामने दुष्यंत चौटाला का राजनीतिक कद और बोना होगा, यह सोचकरे वे राव इन्द्रजीत सिंह, योगेन्द्र यादव व अहीरवाल के बहाने किसान आंदोलन में जातिय जहर घोलने का कुप्रयास कर रहे है। विद्रोही ने कहा कि बढ़ते किसान आंदोलन व किसान विरोधी रवैये से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला में और बौखलाट बढेगी। वहीं ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की संभावित दुगर्ति से खट्टर-दुष्यंत की किसान विरोधी जोडी बौखलाकर प्रदेश में अपने बोलों से जातिय वैमनस्य फैलाने का कुप्रयास और तेजी से करेगी।
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