नई दिल्ली- कल तक सिर्फ तीन राज्यों में कोयले का संकट बताया जा रहा था लेकिन आज इन राज्यों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वर्तमान हालत की जानकारी दी है। पीएम से इस मामले में दखल देने का अनुरोध किया है। इस राज्यों के पास कोयले का बहुत कम स्टॉक बचा है। दिल्ली के बाद अब बिहार सरकार ने भी कोयले की कमी को लेकर चिंता जताई है। बिहार में कई थर्मल पवार स्टेशन बंद होने की कगार पर हैं। यूपी में भी कई जिलों में बिजली के झटके लगने लगे हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि केंद्र सरकार एक तरफ दावा करती है कि कोयले की कोई कमी नहीं है, दूसरी तरफ पॉवर प्लांट लगातार बंद होते जा रहे हैं। केंद्र सरकार जो दावा कर रही है उसमें कोई सच्चाई नहीं है। विदेश से जो कोयला आ रहा था वो भी बंद हो गया। केंद्र सरकार कर क्या रही है?
पंजाब, दिल्ली और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपने-अपने राज्यों में बिजली संयंत्रों को कोयले और गैस की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है। वहीं कर्नाटक सरकार ने भी कोयले की कमी का मुद्दा उठाया है। कर्नाटक की राजधानी बंगलूरू के कई इलाकों में आठ से 10 घंटे बजली कटौती हो रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने केंद्र से कोयला आपूर्ति की मांग की है।
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