नई दिल्ली- देश में कुछ दिन के लिए चौकीदार बने तमाम सत्ताधारी इस समय मजे में हैं और मंहगाई को लेकर कुछ नेता बेतुके देकर जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं। पेट्रोल डीजल के दामों में रोजाना बढ़ोतरी जारी है। आज भी इनके दाम बढ़ाये गए। पहले दाम बढ़ते थे तो तमाम बड़े भाजपा नेता क्या बोलते थे देखें , कुछ नेता इसे लूट बताते थे।
इन सबकी बातें तो सुन लो मोदी जी, पेट्रोल के दाम 34 रुपये नहीं तो कम से कम UPA वाली कीमत ही कर दो pic.twitter.com/80q6Cowz3o
— The Indian (@_HumHindustani) October 11, 2021
सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमे कहा जा रहा है कि इतना लगान तो अंग्रेज भी नहीं लेते थे। पढ़ें अगर आप तक ये मैसेज न पहुंचा हो तो
इतना तो अंग्रेज भी टैक्स नहीं लेते थे लगान के रूप में
• मैनें तीस दिन काम किया_
• तनख्वाह ली - टैक्स दिया
• मोबाइल खरीदा - टैक्स दिया--'
• रिचार्ज किया - टैक्स दिया
• डेटा लिया - टैक्स दिया
• बिजली ली - टैक्स दिया
• घर लिया - टैक्स दिया
• TV फ्रीज़ आदि लिये - टैक्स दिया
• कार ली - टैक्स दिया
• पेट्रोल लिया - टैक्स दिया
• सर्विस करवाई - टैक्स दिया
• रोड पर चला - टैक्स दिया
• टोल पर फिर - टैक्स दिया
• लाइसेंस बनाया - टैक्स दिया
• गलती की तो - टैक्स दिया
• रेस्तरां मे खाया - टैक्स दिया
• पार्किंग का - टैक्स दिया
• पानी लिया - टैक्स दिया
• राशन खरीदा - टैक्स दिया
• कपड़े खरीदे - टैक्स दिया
• जूते खरीदे - टैक्स दिया
• कितबें ली - टैक्स दिया
• टॉयलेट गया - टैक्स दिया
• दवाई ली तो - टैक्स दिया
• गैस ली - टैक्स दिया
• सैकड़ों और चीजें ली ओर - टैक्स दिया, कहीं फ़ीस दी, कहीं बिल, कहीं ब्याज दिया, कहीं जुर्माने के नाम पर तो कहीं रिश्वत के नाम पर पैसा देने पड़े, ये सब ड्रामे के बाद गलती से सेविंग मे बचा तो फिर टैक्स दिया----
• सारी उम्र काम करने के बाद कोई सोशल सेक्युरिटी नहीं, कोई पेंशन नही, कोई मेडिकल सुविधा नहीं, बच्चों के लिये अच्छे स्कूल नहीं, पब्लिक ट्रांस्पोर्ट नहीं, सड़कें खराब, स्ट्रीट लाईट खराब, हवा खराब, पानी खराब, फल सब्जी जहरीली, हॉस्पिटल महंगे, हर साल महंगाई की मार, आकस्मिक खर्चे व् आपदाएं , उसके बाद हर जगह लाइनें।।।।
• सारा पैसा गया कहाँ????
• करप्शन में ,
• इलेक्शन में ,
• अमीरों की सब्सिड़ी में ,
• माल्या ,मोदी ,चौकसी जैसो के भागने में
• अमीरों के फर्जी दिवालिया होने में ,
• स्विस बैंकों में ,
• नेताओं के बंगले और कारों मे,
• और हमें झण्डू बाम बनाने मे।
• अब किस को बोलूं कौन चोर है???
• आखिर कब तक हमारे देशवासी यूंही घिसटती जिन्दगी जीते रहेंगे ?
कृपया इसे हरेक नागरिक को भेजें.
इतना लगान तो अंग्रेज भी नहीं लेते थे |
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