फरीदाबाद - त्योहारों पर शहर के अधिकतर बिजली के खम्भे अब नेताओं के बैनर पोस्टर से भरे पड़े हैं। शहर में अचानक तमाम नए समाजसेवी भी पैदा हो रहे हैं जिनमे अधिकतर को कभी समाजसेवा करते देखा ही नहीं गया। खम्भों पर टंगे तमाम लोगो ने खुद को समाजसेवी लिखा है। शायद इन लोगो को नगर निगम चुनावों की आहट लग गई है। नगर निगम चुनाव कब करवाए जायेंगे इस बारे में हमने फरीदाबाद के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से बात की तो उन्होंने कहा कि फरवरी तक या फरवरी से पहले नगर निगम चुनाव करवा लिए जायेंगे।
इस बार फरीदाबाद में मेयर का चुनाव डायरेक्ट होगा। सत्तापक्ष इसकी तैयारी में जुट गया है लेकिन विपक्ष अब भी फरीदाबाद में बिना पेंदी के लोटे की तरह इधर-उधर लुढ़क रहा है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास अब तक जिला अध्यक्ष तक नहीं है और पार्टी अब तक संगठन नहीं बना पाई है जबकि सत्तापक्ष ने अपना संगठन और ज्यादा मजबूत बना लिया है। तमाम विभाग बना कई जिला अध्यक्ष बना दिए गए हैं और सत्तापक्ष की आये दिन बैठकें होती रहती हैं जबकि संगठन के अभाव और अन्य कई कारणों से मुख्य विपक्षी पार्टी के शहर पर के नेता कभी एक मंच पर दिखे ही नहीं। गुटबाजी अब भी साफ़ झलकती है जिसका खामियाजा कांग्रेस भुगत रही है और आने वाले चुनावों में भी भुगत सकती है।
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