फरीदाबाद- शहर की अदालत में सोमवार को पियूष ग्रुप के मालिक अनिल गोयल का निधन हो गया। उनकी मौत का कारण हृदयगति का रुकना बताया जा रहा है। अब बार एसोशियेशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एडवोकेट एलएन पाराशर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल. गृह मंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर मांग की है कि फरीदाबाद की अदालत में जल्द से जल्द प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला जाए।
एडवोकेट पाराशर ने पत्र में लिखा है कि मैं लगभग 30 वर्षों से इस अदालत में प्रैक्टिस कर रहा हूँ और मैंने कई ऐसे लोगो को यहां जान गंवाते देखा है जिनकी जान समय से इलाज मिलने से बच सकती थी। वकील पाराशर के मुताबिक़ अदालत के आस पास कोई बड़ी अस्पताल नहीं है। अदालत में तीन हजार से अधिक वकील हैं और कई हजार लोग रोज यहां आते है। लघु सचिवालय भी यहीं है जहां सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारी हैं और यहां भी रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं साथ में तहशील भी यहीं हैं और यहाँ भी सैकड़ों लोग आते हैं। यहां आने वालों के साथ कोई वारदात, कोई अनहोनी होती है तो समय से इलाज नहीं हो पाता इस वजह से कई लोगों की असमय जान जा चुकी है।
एडवोकेट पाराशर के मुताबिक़ सोमवार जब अनिल गोयल के साथ हादसा हुआ तब मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचाने का हर प्रयास किया और उन्हें लेकर तुरंत अस्पताल की तरफ भागे लेकिन देर हो चुकी थी। अगर अदालत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। पाराशर का कहना है कि कोर्ट के आस पास की सड़कें भी खस्ताहाल हैं। कोई अनहोनी होने पर जल्द अस्पताल पहुंचना नामुमकिन है इसलिए जल्द सड़कों को भी बनवाया जाए। काफी समय से सेक्टर 12 की सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढें हैं जिस वजह से कोर्ट आने जाने वाले हजारों लोग दुखी हैं।
पाराशर ने कहा कि यही नहीं अदालत में एक छोटा सा पोस्ट आफिस है जिसमे बहुत कम कर्मचारी हैं और कभी-कभी कोई कर्मचारी नहीं होता जिस वजह से लोगों को कई तरह की समस्याएं आती हैं। यहां भी स्टाफ बढ़ाने की जरूरत है।
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