हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा कुमारी सैलजा के आवाह्न पर फरीदाबाद के सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय के सामने हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री ए.सी चौधरी और विधायक नीरज शर्मा की अध्यक्षता में जिला फरीदाबाद के सैंकड़ों कांग्रसजनों ने लखीमपुर में किसानों की हत्या और मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान कांग्रेसजनों ने उपायुक्त फरीदाबाद जितेंद्र यादव के मार्फत से महामहिम राष्ट्रपति महोदय एवं हरियाणा के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी कर कहा की सत्ता में बैठी दमनकारी भाजपा सरकार द्वारा लखीमपुर जा रही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी व अन्य कांग्रेस नेताओं को गैर कानूनी तरीके से हिरासत में लिया जाना एक अलोकतांत्रिक कृत्य है। भाजपा सरकार के इशारों पर उत्तर प्रदेश की पुलिस ने प्रियंका गांधी के साथ जो अभद्र व्यवहार किया है उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। भाजपाई हुकूमत देश के लोकतंत्र पर प्रहार कर रही है, अधिकारों को कुचल रही है। हम देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर तानाशाही को हावी नहीं होने देंगे।
इसके साथ ही हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार अपने तानाशाही रवैये के चलते लगातार जनविरोधी निर्णय ले रही है। यह सरकार विपक्षी दलों, किसानों, मजदूरों और आम जनता की आवाज दबाने के लिए हर प्रकार के हथकंडे अपना रही हैl भाजपा-जजपा सरकार ने मिलकर पिछले दस महीनों से किसानों के हिस्से में लाठीचार्ज, पानी की बौछारें, आंसू गैस के गोले तथा कीलें व नश्तरों की प्रताड़ना लिख दी है। 25 नवंबर, 2020 से आज तक किसान-मजदूर के सीने पर मोदी व खट्टर सरकारों ने लगातार वार किया है और खून बहाया, किसान आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस बल का सहारा लिया गया। पहले करनाल में मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से किसानों के सिरों पर लाठियां बरसाकर कातिलाना हमला करने का आदेश देना लेकिन जब सरकार इन सब में विफल रही तो अब कुछ लोगों को हिंसा के लिए भड़काया जा रहा है। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा कुछ लोगों को हिंसा के लिए भड़काने वाला बयान अत्यंत ही निंदनीय और शर्मनाक है। एक मुख्यमंत्री द्वारा ऐसे बयान की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ऐसे बयानों से प्रदेश का तानाबाना बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और प्रदेश को हिंसा की तरफ झोंक रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस बयान से प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। जब प्रदेश का मुख्यमंत्री ही ऐसे बयान देगा तो क्या अपराधियों के हौसले और भी बुलंद होंगे। सोशल मीडिया पर जो वीडियो दिखाई दे रहा है, उसमे हमारे हरियाणा के मुख्यमंत्री बोल रहे थे कि "कुछ नए किसानों के संगठन जो नए उभर रहे हैं उनको भी प्रोत्साहन देना पड़ेगा उनको आगे चलाना पड़ेगा और दक्षिण हरियाणा में ज्यादा समस्या नहीं है लेकिन उत्तर पश्चिम हरियाणा के हर जिले में 500, 700, 1000 लोग आप लोग अपने खड़े करो और उनको वॉलिंटियर बनाओ और फिर जगह-जगह जैसे को तैसा, ठालो डंडे, ठीक है, वो देख लेंगे और दूसरी बात ये है जब ठावागे डंडे तो जमानत की परवाह मत करो, दो चार महीने वहां रह आओगे तो बड़े लीडर अपने आप बन जाओगे, नहीं-नहीं दो चार महीने मे अपने आप बड़े नेता बन जाओगे, चिंता मत करो, इतिहास में नाम लिखा जाता है"।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने जब मुख्यमंत्री का पद संभाला उस समय उन्होंने संविधान के तहत शपथ लेते हुए कहा था कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा और भारत की प्रभुता और अखंडता को बनाए रखूंगा लेकिन मुख्यमंत्री ने संविधान विरुद्ध शब्दों का प्रयोग किया है तथा लोगों को एक दूसरे के खिलाफ भड़का कर उकसाया और बहकाया है तथा आपस मे द्वेष पैदा कर दिया है ताकि वो एक दूसरे को जान से मार दें। मुख्यमंत्री ने ऐसा फरमान जारी करके मुख्यमंत्री के पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई है। इससे लोगों में भय का माहौल हैं तथा किसी भी समय संगीन अपराध घटित हो सकता है। हम सभी कांग्रेसजन मुख्यमंत्री जी के इस ब्यान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आपसे निम्न दो मांग करते हैं की मनोहर लाल जी को मुख्यमंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है, उन्हे तुरंत उनके पद से बर्खास्त किया जाए। इस प्रकार के ब्यान देने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाई की जाए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी व अन्य कांग्रेस नेताओं को रिहा किया जाए और योगी सरकार को तत्काल बर्खास्त कर उत्तरप्रदेश में लोकतंत्र की बहाली की जाए।
इस दौरान मुख्य रूप से पंडित योगेश गौड़, पूर्व प्रदेश महासचिव बलजीत कौशिक, माइनॉरिटी चेयरमैन अब्दुल गफ्फार कुरैसी, पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष संजीव चौधरी, प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व पार्षद योगेश ढींगरा, स्टेट सोशल मीडिया इंचार्ज मनोज अग्रवाल, किसान कांग्रेस महासचिव राकेश भड़ाना, प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़, प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र चंदेलिया, पूर्व वरिष्ठ उप महापौर मुकेश शर्मा, पूर्व उप महापौर राजेंदर बामला, लीगल सेल इंचार्ज वंदना सिंह,महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता फागना, नसीमा शेख, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सोनू चौधरी, पूर्व प्रदेश सचिव सत्यवीर डागर, एचपीसीसी कॉर्डिनेटर गौरव ढींगरा, ओबीसी चेयरमैन ललित भड़ाना, गुलशन बग्गा, एस. एल शर्मा, एआईपीसी जिलाध्यक्ष डॉ. सौरभ शर्मा, अनीश पाल, अशोक रावल, बाबुलाल रवि, राजेश आर्य, श्रवण सिंह आर्य, संजय सोलंकी, युवा कांग्रेस महासचिव मोहन ढिल्लों, विनोद कौशिक, विकास फागना, सेवादल उपाध्यक्ष संजय त्यागी, नरेश वैष्णव, युवा कांग्रेस सचिव इक़बाल कुरैशी, शुभम कसाना, आश्विनी कौशिक, सोहैल सैफी, अजित तोमर, सोनू सलूजा व अन्य सैंकडों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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