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फिर बड़ा दावा- CM विंडो व ट्विटर हैंडल पर हुआ मात्र साढ़े तीन घंटे में समस्या का समाधान

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हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

 
चंडीगढ़, 6 अक्तूबर- क्या कोई सोच सकता है कि सरकारी तंत्र में किसी समस्या का समाधान साढ़े तीन घंटे में हो सकता है। जी हां, ऐसा संभव हुआ है हरियाणा के मुख्यमंत्री  मनोहर लाल के ट्विटर हैंडल पर आई शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेकर की गई कार्रवाई से, जिसके फलस्वरूप कैथल की नॉन-मेडिकल की छात्रा असमीत कौर का साल खराब होने से बचा। अब तो आलम यह है कि सीएम विंडो व ट्विटर हैंडल ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ अभियान में भी सहयोग कर रहा है।

मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री भूपेश्वर दयाल के अनुसार इस व्यवस्था को हरियाणा के आमजन के साथ-साथ दूसरे राज्यों व अप्रवासी भारतीयों में भी यह व्यवस्था चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि कोरोना काल के दौरान अपने परिजनों को सहायता पहुंचाने व उनकी समस्याओं के बारे मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल पर ट्विट किये गए तथा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर उनका समाधान किया गया और शिकायतकर्ता को दूरभाष के माध्यम से उसकी शिकायत मिलने के बारे में अवगत करवा दिया जाता है।

श्री भूपेश्वर दयाल ने बताया कि कैथल से असमीत कौर के पिता गुरमीत सिंह ने 30 सितंबर, 2021 को 12:59 बजे मोबाइल नम्बर 9813380060 से RK Haryana से @Rupesh_hry ने टिकट नं 3375872 से @Cmohry,@mlkhattar, @cbseindia29 पर पोस्ट करवाया कि बच्चे के अभिभावक द्वारा बोर्ड की फीस 2300 रुपये जमा करने की रसीद दिखाने के बावजूद  ओ.एस.डी.ए.वी. स्कूल, कैथल (हरियाणा) ने उनकी बेटी का 10+2 (Non Medical) का बोर्ड पेपर के लिए नाम भेजने से मना किया। बच्ची का कसूर मात्र इतना है कि बच्ची का पिता स्कूल द्वारा की जाने वाली अवैध वसूली के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। उन्होने बताया कि मामले की गम्भीरता को देखते हुए सीएम कार्यालय द्वारा कड़ा संज्ञान लिया गया और कैथल के जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए कि स्कूल प्रबन्धन से बातचीत करें और स्थिति स्पष्ट करें।  जिला शिक्षा अधिकारी ने सीएमओ को सूचित किया कि मामले को सुलझा दिया गया है।

उन्होंने बताया कि RK Haryana ने उसी दिन 30 सितंबर, 2021 को साय: 6:48 बजे अपने रि-ट्विट में मदद के लिए @RajBhavanHry,@Dattatreya, @mlkhattar, @Dchautala, @Cmohry, @Chkanwarpal का शुक्रिया। आपके आदेश पर मामला सुलझा व बेटी का एक कीमती साल बर्बाद होने से बच गया। आप सबका तहेदिल से शुक्रिया। आज आपके सहयोग से अन्याय के खिलाफ लडऩे के लिए नई उर्जा मिली है।’

हिसार के भारत नगर की सुनीता को दिलवाई 51,305 रुपये की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप

उन्होंने बताया कि वार्ड नम्बर 6 की निवासी सुनीता ने सीएम विंडो पर शिकायत दी कि कल्पना चावला कॉलेज, सिरसा रोड, चिकनवास में वह बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा है तथा उसने 10$2, बी.ए. व एम.ए. की पढ़ाई पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के माध्यम से मिलने वाली राशि के माध्यम से भी पूरी की है। मेरे माता-पिता बुजुर्ग हैं और वृद्धावस्था सम्मान भत्ते से ही परिवार का गुजारा चलता है। परिवार कॉलेज की फीस देने में असमर्थ है। मैंने 2018-19 में पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए फॉर्म भरा था और अब तक मुझे छात्रवृत्ति नहीं मिली है। कॉलेज द्वारा बार-बार मेरे ऊपर दबाव डाला जा रहा है कि अगर फीस नहीं जमा करवाई तो कॉलेज से नाम काट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा लडक़ी के भविष्य को देखते हुए तत्काल इस पर संज्ञान लिया गया और उच्चत्तर शिक्षा विभाग से विलम्ब के लिए जवाब मांगा गया। ओएसडी ने बताया कि उच्चत्तर शिक्षा विभाग ने अपने जवाब में मुख्यमंत्री कार्यालय को सूचित किया है कि 51,305 रुपये की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप राशि शिकायतकर्ता के बैंक खाता संख्या 4674000100029685 में जमा करवा दी गई है। अत: मामले को फाईल कर दिया जाए।

श्री भूपेश्वर दयाल ने बताया कि सीएम विंडो व ट्विटर हैंडल इस प्रकार ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ अभियान को सहयोग कर रहे हैं। इससे पहले भी छात्राओं द्वारा भेजी गई समस्याओं का समाधान किया गया है। किसी छात्रा की शिकायत पर विश्वविद्यालय से डिग्री दिलवाई गई है तो किसी छात्रा की अन्य समस्या का समाधान किया गया है। यहां तक की भिवानी जिले के तिगड़ाना  गांव की एक छात्रा द्वारा भेजी गई शिकायत पर शराब के ठेके को हटवाया गया।

उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की ऑनलाईन अध्यापक स्थानांतरण नीति, सीएम विंडो व उनके ट्विटर हैंडल की चर्चा देश के अन्य राज्यों में होने के साथ-साथ अप्रवासी भारतीय भी इस व्यवस्था की सराहना कर रहे हैं और कोरोना काल के दौरान विदेशों से भी सहायता के लिए ट्विटर हैंडल पर ट्विट किये गए और उनकी शिकायतों का समाधान इस व्यवस्था के माध्यम से करवाया गया।

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