फरीदाबाद, 2 अक्टूबर - वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकीय अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने इंडियन ऑयल (आर एंड डी) के साथ एक समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं। इंडियन ऑयल (आर एंड डी) के सहयोग से विश्वविद्यालय युवा शोधकर्ताओं को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रिसर्च फेलोशिप स्कीम शुरू करेगा।
समझौता ज्ञापन के अंतर्गत इंडियन ऑयल (आर एंड डी) ने 2.5 करोड़ रुपये के बजटीय प्रावधान किया है। इंडियन ऑयल-सीएसआईआर-जे.सी. बोस यूनिवर्सिटी रिसर्च फेलोशिप स्कीम में पीएचडी स्कोलर्स को पांच साल की अवधि के लिए रिसर्च फेलोशिप प्रदान करेगा।
समझौते पर जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग और इंडियन ऑयल (आरएंडडी) के कार्यकारी निदेशक (रासायनिक प्रौद्योगिकी) डॉ. जीएस कपूर ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, इंडियन ऑयल के निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) डॉ एसएसवी रामकुमार की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर इंडियन ऑयल आरएंडडी के अन्य सदस्य डॉ दीपक सक्सेना, श्री अमीत गोहेन, श्री देबासिस भट्टाचार्य, डॉ. मधुसूदन सौ तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सहभागिता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान को प्रोत्साहन देने एवं सुविधाजनक बनाने के लिए शैक्षणिक व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में निरंतर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह सहयोग निश्चित रूप से युवा शोधकर्ताओं को बढ़ावा देने के विश्वविद्यालय के प्रयासों को बढ़ावा देगा।
कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग ने कहा कि दोनों संगठनों के बीच साझेदारी वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान को बढ़ावा देगी जिससे समाज को लाभ होगा।
इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. रामकुमार ने कहा कि यह समझौता देश में अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को पोषित करने की इंडियन ऑयल (आर एंड डी) की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साझेदारी पर प्रसन्नता जताते हुए उन्होंने कहा कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय वैज्ञानिक प्रतिभा को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है और इंडियन ऑयल (आर एंड डी) को विश्वविद्यालय के उद्देश्यों में सहयोग देने एवं साथ मिलकर काम करने में खुशी महसूस हो रही है। शिक्षा क्षेत्र में इंडियन ऑयल आरएंडडी के योगदान पर बोलते हुए डॉ. रामकुमार ने कहा, “जे.सी. बोस विश्वविद्यालय देश में सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक प्रतिभा को पोषित करने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भागीदार होगा। हम उम्मीद करते हैं कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय हमारे अकादमिक भागीदारों की समूह में शामिल हो जाए।
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