वहीं विद्रोही ने कहा कि मोदी-भाजपा नेतृत्व में संघी तो इतने बेशर्म हो गए कि पैट्रोल-डीजल व रसोई गैस के रिकार्ड तोड़ महंगे दामों को भी कांग्रेस-यूपीए राज की तुलना में सस्ता बताने की ना केवल बेशर्मी कर रहे है अपितु सत्ता दुरूपयोग से राहुल गांधी व कांग्रेस को ही झूठा प्रचारित करने की बेशर्मी भी कर रहे है। कांग्रेस-यूपीए राज की तुलना में रसोई गैस 116 प्रतिशत, पैट्रोल 42 प्रतिशत तथा डीजल 55 प्रतिशत महंगा बेचने के बाद भी मोदी-भाजपा-संघी जैसी बेशर्म सरकार ही कह सकती है कि वह कांग्रेस राज की तुलना में सस्ता पैट्रोल, डीजल व रसोई गैस दे रही है जबकि वास्तविकता यह है कि विश्व बाजार में कांग्रेस राज की तुलना में क्रूड ऑयल आज 32 प्रतिशत व गैस 26 प्रतिशत सस्ती मिल रही है। विद्रोही ने कहा कि अब आमजन खुद ही तय कर ले कि मोदी-भाजपा व भाजपा-खट्टर संघी सरकार कितनी जनविरोधी, महाझूठी, फासिस्ट सरकार है। यदि आमजनों ने फासिस्ट संघी सरकार को सत्ता से हटाने की पहल नही की तो देश व उनका महाविनाश होना तय है।
करनाल के लट्ठ वाले SDM का तबादला, भाजपा-जजपा पर बरसे विद्रोही
Ved-Prakash-Vidrohi
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2 सितम्बर 2021- स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा खट्टर सरकार किसानों का सिर फोडने का आदेश देने वाले करनाल के एसडीएम के खिलाफ हिंसा भडकाने के आरोप में मुकदमा दर्ज करके इस तालीबानी सोच के अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बजाय उसका तबादला करके प्रदेश के लोगों की आंखों में ना केवल धूल झोंक रही अपितु अप्रत्यक्ष रूप से उसके कुकृत्यों को सही ठहराकर एक तरह से किसानों के जले घावों पर नमक छिडकने को काम भी कर रही है। वहीं विद्रोही ने कहा कि कल तक किसानों के हित में मगरमच्छी आंसू बहाकर करनाल पुलिस लाठीचार्ज में किसानों का सड़कों पर बहाये गए खून पर विरोध करने की नौटंकी करने वाली प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी जजपा के मालिक बाप-बेटा अजय चौटाला व हरियाणा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भाजपा-संघ के भय से अब यूटर्न लेकर किसान विरोध में बयान दाग रहे है। सीबीआई, ईडी, आईटी से डरे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला राग अलाप रहे है कि यदि आंदोलनकारी किसान पुलिस पर हमला करेंगे तो पुलिस फूल नही बरसाएगी। वहीं दुष्यंत चौटाला के बापू अजय चौटाला आंदोलनरत किसानों को किसान मानने से ही इनकार कर रहे है। विद्रोही ने जजपा दुकान के मालिक बापू-बेटा अजय चौटाला व दुष्यंत चौटाला से पूछा कि 9 माह से सड़कों पर तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने वाले किसान नही तो क्या वे पंूजीपति है? मोदी-खट्टर, भाजपा-जजपा, अजय-दुष्यंत की नजरों में मोदीजी के आका अडानी-अम्बानी तो किसान है और धरती का सीना चीरकर 140 करोड़ भारतीयों की पेट की आग बुझाने वाला अन्नदाता पूंजीपति है? भाजपा-जजपा की यह किसान विरोधी सोच ही बताती है कि पूंजीपतियों की दलाली करके अपनी तिजौरियां भरने वाले भाजपाई-संघी व उनके पिछलग्गू जजपाई के गठबंधन में हरियाणा में कितनी किसान विरोधी सोच की सरकार है।
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