चंडीगढ़- हरियाणा आज देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 108वीं जयंती मना रहा है। पक्ष और विपक्ष के लोग उन्हें याद कर रहे हैं और श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इनेलो इस बार जींद में एक बड़ी रैली कर रही है और कई दिनों से इसकी तैयारियां की जा रहीं हैं। कहा जा रहा है इस रैली के माध्यम से 2024 की जंग के लिए जमीन की तलाश की जाएगी।
इनेलो लगभग 16 साल से सत्ता से बाहर है। 2005 में गई सत्ता अब तक वापस नहीं आई जबकि इनेलो से ही अलग हुई जजपा ने पहली बार ही सत्ता का सुख पा लिया और वर्तमान में दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उप मुख्य्मंत्री हैं और सत्ता का सुख भोग रहे हैं जबकि उनके दादा ओम प्रकाश चौटाला और चाचा अभय चौटाला अब भी इधर उधर भटक रहे हैं।
आपको बता दें कि इनेलो हरियाणा में काफी प्रभाव वाला राजनीतिक दल रहा है। चौधरी देवीलाल के नाम पर इनेलो को लोगों का आपार समर्थन मिलता रहा है। चौधरी देवीलाल द्वारा बनाए गए जनता दल से इनेलो नाम के साथ यह पार्टी पहली बार 2000 के चुनाव में मैदान में उतरी। शुरूआत में ही इनेलो ने शानदार प्रदर्शन किया। इनेलो ने कुल 90 में से 62 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और 47 सीटों के साथ सरकार बनाई। हालांकि इससे पहले ही ओमप्रकाश चौटाला 1989 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए थे। 2000 के विधानसभा चुनाव में इनेलो ने 29.61 प्रतिशत मत हासिल किए। हालांकि उस समय कांग्रेस को 31.22 प्रतिशत मत मिले लेकिन कांग्रेस की सीट महज 21 रह गई थी। इसके बाद 2005 में हुए चुनाव में इनेलो को बुरी हार का सामना करना पड़ा।
2009 के चुनाव में फिर से इनेलो सत्ता में तो नहीं आ सकी लेकिन 88 सीटों पर चुनाव लड़ कर 31 विधायक बना लिए। इस बार भी इनेलो का वोट प्रतिशत घट कर 25.79 रह गया। 2014 के विधानसभा चुनाव में इनेलो ने 88 सीटों पर चुनाव लड़ा और 24.11 प्रतिशत वोटों के साथ 19 विधायक बने। इसके बाद 2019 में इनेलो व देवीलाल परिवार में हुई फूट के बाद इनेलो को काफी नुकसान हुआ और 2019 के चुनाव में महज एक सीट ही जीत पाई। अब आज की रैली से पार्टी मिशन 2024 की तैयारी करने जा रही है।
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