चंडीगढ़, 2 सितंबर - बिहार पुलिस के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज पुलिस मुख्यालय पहुंच कर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार अग्रवाल से शिष्टाचार भेंट की।
प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम, श्री आलोक राज के नेतृत्व में हरियाणा में शुरू की गई चौबीसों घंटे इमरजेंसी रिस्पांस र्स्पोट सिस्टम (ईआरएसएस) का अध्ययन करने के लिए प्रदेश का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य हरियाणा 112 परियोजना के सफल शुभारंभ की प्रक्रिया को सीखते हुए अपने राज्य में भी इसी तरह की एक उन्नत परियोजना को बेहतर रणनीति के माध्यम से लागू करना था।
बैठक के दौरान डीजीपी श्री पी.के. अग्रवाल ने उन्हें 24 घंटे पुलिस सहायता से नागरिकों को सशक्त बनाने की दिशा में हरियाणा पुलिस की ऐतिहासिक पहल से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, गृह मंत्री श्री अनिल विज और राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए गए अपार समर्थन से इतनी बड़ी परियोजना नागरिकों को समर्पित की गई है।
‘हरियाणा 112‘ को नागरिकों की सेवा में गेम चेंजर बताते हुए उन्होंने कहा कि अब आपात स्थिति में पुलिस और भी तेजी से घटनास्थल पर पहुंचकर बिना किसी देरी के जरूरतमंद नागरिकों को हर संभव मदद पंहुचा रही है। इस सेवा के माध्सम से न केवल अपराध से संबंधित मामलों में सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि विविध संकट कॉलों का जवाब देते हुए पुलिस मानवता की सेवा भी कर रही है।
श्री अग्रवाल ने प्रतिनिधिमंडल से बिहार राज्य में 112 परियोजना की प्रगति स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
प्रतिनिधिमंडल को अपनी प्रस्तुति देते हुए एडीजीपी दूरसंचार और आईटी हरियाणा श्री ए. एस. चावला, जो हरियाणा 112 परियोजना के नोडल अधिकारी भी हैं, ने बताया कि हरियाणा पुलिस ने स्टेट इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर में कर्मचारियों के लिए अलग से प्रशिक्षण सुविधा बनाई गई हैं। ईआरएसएस में केवल कॉल रिसीविंग वर्कफोर्स को आउटसोर्स किया गया है तथा शेष स्टाफ हरियाणा पुलिस से है।
उन्होंने कहा कि 112 परियोजना में प्रतिनियुक्त कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर अत्यधिक बल देते हुए इसके सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य भर में 600 से अधिक पुलिस आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी) प्रदान किए गए हैं।
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