फरीदाबाद - शहर में आज सुबह से बारिश हुई और कुछ ज्यादा ही हो गई। बारिश में सड़कों पर पानी हर जगह भर जाता है जैसा की देखा गया दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई हड्डा भी जलमग्न हो गया और हवाई अड्डे के बाहर भी काफी पानी भरा दिखा लेकिन वहाँ की सड़कों पर वाहन चलते दिखे क्यू कि सड़कों पर गड्ढे नहीं थे। फरीदाबाद की कुछ गिनती की सड़कों को छोड़ दें तो 97 फीसदी सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। शहर के कुछ सत्ताधारी नेता आज भी अपनी पीठ थपथपाते दिखे और विकास-विकास चिल्लाते दिखे लेकिन जनता की बात करें तो लोग नेताओं को गालियां देते दिखे।
शहर में ट्रिपल इंजन की सरकार है और आज तीनों इंजन फेल दिखे और कई सड़कों पर बसें तक नहीं चल सकीं। नगर निगम से रिटायर अधिकारी एवं क्रांतिकारी नेता रतन लाल रोहिल्ला का दर्द आज छलक पड़ा और उन्होंने कहा कि नगर निगम के खजाने के साथ गैंगरेप किया गया है तभी शहर का हाल बेहाल है। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि राजस्थान की एक कंपनी के द्वारा हरियाणा में किए जा रहे संपत्ति कर सर्वे और JNNURM और Smart City योजना के तहत फरीदाबाद में हुए सभी प्रकार के कार्यों की फील्ड में जा कर के सी बी आई से जांच हो देश का ULB का सबसे बड़ा घोटाला सामने आ जाएगा। उन्होंने और बहुत कुछ लिखा और पहले की खबर में आपने पढ़ा होगा। जिन पाठकों ने न पढ़ा हो पढ़ लें , खबर आगे भी जारी है
फरीदाबाद के पानी भराव की जांच माननीय सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में सी बी आई या देश के ईमानदार अधिकारियों की टीम से हो जाएं तो guaranteed नीचे से ले कर के top level के प्रशासनिक अधिकारियों, तकनीकी अधिकारियों, राजनेताओं, मीडिया के कुछेक लोगों, तथाकथित समाज सेवियों, स्थानीय जन प्रतिनिधियों का बहुत बड़ा सुसंगठित माफिया सीखचों के पीछे होगा और ULB का देश का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला सामने आ जाएगा l यदि शक हो तो इन लोगों की संपति की जांच करवा लो l खेद है कि हरियाणा की अब तक की भ्रष्टतम सरकार ईमानदार लोगों को तंग कर रही है और भ्रष्ट लोगों को सम्पूर्ण सरंक्षण दे रही है l हद है कि हरियाणा सरकार में गब्बर के नाम से चर्चित शहरी स्थानीय निकाय मंत्री महोदय के विभाग में भ्रष्टाचार सिर चढ़ कर के बोल रहा है l मंत्री जी से अनुरोध है कि उनकी स्वीकृति के बाद की गई पदोन्नतियों की जांच एक SIT बनवा कर के करवा लो पता लग जाएगा कि आप से रूटीन में किन किन files को निकलवाया जा रहा है l मैंने अपने 33 साल की सेवाकाल में ना तो कभी रिश्वत ली और ना ही कभी रिश्वत दी लेकिन मंत्री महोदय का कार्यालय बेनामी और बिना तथ्यों की शिकायत पर मेरी जांच करवाने के आदेश देता है और तथ्यों के साथ की गई असली शिकायत को दबा लिया जाता है परम आदरणीय गब्बर सिंह जी l फरीदाबाद नगर निगम के हरेक आयुक्त की सराहना और कोरोना काल में की गई उल्लेखनीय सेवाओं के बावजूद मुझे VRS लेने पर मजबूर किया गया l अत्यधिक व्यापक स्तर पर फरीदाबाद नगर निगम के खजाने के साथ एक तरह से गैंग रैप किया गया है और इसी गैंग रैप की वजह से मेरे फरीदाबाद नगर निगम और फरीदाबाद शहर की यह हालात हुई है, थोड़ी सी भी शर्म हो तो जांच करवा लो और जांच हो तो सी बी आई से और माननीय सर्वोच्च न्यायालय की देख रेख में l
#ManoharLalKhattar #DushyantChautala #anilvijminister
- रतन लाल रोहिल्ला, Establishment Officer/ZTO (RETIRED), MCF, पूर्व प्रांतीय महासचिव, नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा, संस्थापक महासचिव म्युनिसिपल कॉरपोरेशन एम्पलाइज फैडरेशन, फरीदाबाद और पूर्व केंद्रीय कमेटी सदस्य सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा
- रतन लाल रोहिल्ला
उनकी ये पोस्ट पढ़ने के बाद आप बहुत कुछ समझ गए होंगे। रतन साहब नगर निगम में वर्षों तक अधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं इसलिए उन्हें उस विभाग की अंदर तक जानकारी होगी वरना ऐसा न लिखते। कल हमने अपने पाठकों को बताया था कि कुछ भ्रष्ट कुछ विभागों के भ्रष्ट अधिकारीयों से मिलीभगत कर कैसे सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं ,कहीं फाइलें जलवा दी जा रहीं हैं तो कहीं गायब करवा दी जा रहीं हैं। लगभग 42 साल पहले जो जमीन कृषि भूमि से उद्योग भूमि की गई थी उसे अब कृषि भूमि बताकर बेंचा जा रहा है।
शहर में कई विभाग हैं और कुछ विभागों पर अब बड़े सवाल उठ रहे हैं और यहाँ तक कि हाल में एनआईटी फरीदाबाद के विधायक नीरज शर्मा ने गृह मंत्री अनिल विज के कामकाज पर भी सवाल उठाया था और उन्होंने कहा था कि अनिल विज गब्बर सिंह नहीं गोबर सिंह हैं। उन्होंने फरीदाबाद की कभी सुधि नहीं ली जबकि यहाँ के नगर निगम में भाजपा के कई पार्षद हे ढाई सौ करोड़ के घोटाले की बात कर चुके हैं। उन्होंने यहाँ की सरकारी अस्पताल का कभी दौरा नहीं किया जहां बुखार के मरीजों को भी निजी अस्पताल भेजा जाता है।
शहर की हालत दयनीय हो गई है। शहर उद्योगों पर निर्भर है और लाखों लोग इन उद्योगों में काम करते हैं। आज तमाम उद्योगपतियों के फोन आये कि न हम अपने उद्योगों में जा पा रहे हैं न हमारे कर्मचारी आ पा रहे हैं , सड़कों पर पानी ही पानी है और गड्ढे ही गड्ढे हैं ऐसे में हमारा काफी नुकसान हो रहा है। शहर के हजारों दुकानदार भी आज ग्राहक आने का सपना देखते रहे और सैकड़ों दुकानदार तो अपनी दुकानों तक पहुँच ही नहीं पाए। हर कोई स्मार्ट सिटी पर सवाल उठाता दिखा और सत्ताधारियों को गरियाता दिखा।
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