फरीदाबाद: पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह के द्वारा दिए गए निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए यातायात पुलिस ने सड़क दुर्घटना के मामलों में कमी लाने का सराहनीय कार्य किया है। बता दें कि पुलिस कमिश्नर ओ पी सिंह ने यातायात पुलिस को सभी तीनों जोनों में दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करने के निर्देश दिए थे।
दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर ट्रैफिक पुलिस फरीदाबाद ने वहां पर आवश्यक यातायात बल तैनात कर चालान किए, लोगों को जागरूक किया, अलर्ट सिंबल्स लगाए गए, जिनके कारण सड़क दुर्घटना के मामलों में भारी कमी दर्ज की गई है।
अगर बात की जाए चालान की तो ट्रैफिक पुलिस ने इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले ज्यादा चालान किए हैं इस वर्ष 1 जनवरी 2021 से 23 अगस्त 2021 के बीच ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वाले 61821 वाहन चालकों के चालान काटे गए है।ट्रैफिक इंस्पेक्टर यातायात ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर सभी ज़ोनो के दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रो को चिन्हित कर सभी स्थानों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटियाँ बढ़ा दी गई हैं तथा रॉन्ग साइड ड्राइविंग करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है जिसके चलते सड़क दुर्घटना के मामलों में भारी कमी आई हैं।
पुलिस कमिश्नर के निर्देशानुसार एक्सीडेंटल प्रोन जॉन, जॉन वाइज, आईटी एक्सपर्ट की सहायता से चिन्हित किए गए है जो कि एन.आई.टी. जॉन में 6 स्थानों, बल्लभगढ़ जॉन में तीन स्थानों और सेंट्रल जॉन में 4 स्थानों को चिन्हित किया गया हैं।
इस समय अवधि के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने मुख्यतः रॉन्ग साइड के सबसे ज्यादा 12480, बिना हेलमेट यात्रा करने वालों के 7731, ओवरस्पीडिंग के 9633, सीट बेल्ट के 4062, प्रदूषण के 1244, बुलेट के मॉडिफाइड साइलेंसर के 281 चालान शामिल है। इसके साथ ही एक्सपायर 64 वाहनों को जप्त भी किया गया है।
पुलिस आयुक्त श्री ओपी सिंह ने नवीनतम आंकड़ों को मद्देनजर रखते हुए कहा कि गलत दिशा में गाड़ी चलाने वालों की संख्या सबसे अधिक है जिसकी वजह से सबसे ज्यादा दुर्घटना घटित होती हैं तथा ट्रैफिक जाम की समस्या भी पैदा हो जाती है। इसके पश्चात बिना हेलमेट और सीट बेल्ट यात्रा करने की वजह से दुर्घटना होने पर बचाव की संभावना बहुत कम रहती है।
बुलेट के साइलेंसर को मॉडिफाई करवाने का शौक रखने वाले मनचलों को यह ज्ञात होना चाहिए कि उनके बुलेट के पटाखों की वजह से पर्यावरण को भी काफी नुकसान होता है और साथ में लोगों के कानों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
यातायात नियम, नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं ताकि लोग उनका पालन करके अपने साथ-साथ अपने परिजनों को भी सड़क दुर्घटना से सुरक्षित रख सकें परंतु कुछ लोग लापरवाही का शिकार होकर इन नियमों को ताक पर रखते हुए सड़कों पर निकल जाते हैं जिसकी वजह से किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित हो सकती है।
यदि कोई व्यक्ति यातायात नियमों का पालन करते हुए सड़क पर यात्रा करता है तो वह अपने साथ-साथ दूसरों की जिंदगी को भी बचा कर रखता है
नागरिकों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने का अनुरोध करते हुए पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस अपना कार्य करती रहेगी परंतु यदि नागरिक ट्रैफिक नियमों की पालना करें तो इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी, साथ ही ट्रैफिक जाम की स्थिति भी उत्पन्न नहीं होगी और नए लोगों को चालान कटवा कर आर्थिक नुकसान का भागीदार बनना पड़ेगा।
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