नई दिल्ली - देश की जनता को मंहगाई से राहत फिलहाल मिलती दिख रही है। पेट्रोल डीजल के दाम को कई दिनों से स्थिर हैं लेकिन कल रसोई गैस की कीमतों में 25 रूपये का इजाफा कर दिया गया। अब 14.2 किलोग्राम वाला LPG सिलेंडर 859.5 रुपये का हो गया है। जबकि इसके पहले ये 834.50 रुपये का मिल रहा था। इसके पहले 1 जुलाई को LPG सिलेंडर के दाम 25.50 रुपये बढ़ाए गए थे। LPG सिलेंडर के दाम बढ़ने के बाद फिर विपक्ष केंद्र सरकार को घेर रहा है।
हरियाणा के फरीदाबाद जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता लखन कुमार सिंगला ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश की जनता की कमर तोड़ती जा रही है। कुछ बड़े लोगों को ही फायदा पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2021 की शुरुआत यानि जनवरी में दिल्ली में LPG सिलेंडर का दाम 694 रुपये था, जिसे फरवरी में बढ़ाकर 719 रुपये प्रति सिलेंडर किया गया. 15 फरवरी को दाम बढ़ाकर 769 रुपये कर दिए गए। इसके बाद 25 फरवरी को एलपीजी सिलेंडर के दाम 794 रुपये कर दिए गए. मार्च में LPG सिलेंडर के प्राइस को 819 रुपये कर दिया गया। जुलाई में 834 और अब 859 कर दिए गए इस तरह से दिसंबर से लेकर अब तक लगभग 275 रुपए सिलेंडर के दाम बढ़ चुके हैं। मात्र 8 महीने में 275 रुपए की बढ़ोत्तरी साफ बता रही है कि मोदी सरकार को देश की जनता से कोई लेना देना नहीं है। जनता का हाल बेहाल है और सरकार अपनी मस्ती में मस्त है।
उन्होंने कहा कि एक हफ्ते पहले पीएम मोदी ने उज्जवला पार्ट टू लांच किया था। उस दौरान लोगो को पहला सिलेंडर मुफ्त में देने की बात कही थी और अब एक हफ्ते में ही दाम बढाकर एक बड़ी वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना के प्रथम चरण में बड़ी संख्या में लोगों को गैस सिलिंडर दिए गए थे। गैस मंहगी होने के कारण लाखों गरीब फिर चूल्हा जला रहे हैं। कॉरोनकाल में भी दाम बढ़ते रहे और आर्थिक तंगी के कारण लोगों ने सिलिंडर नहीं भराया गया। उन्होंने कहा कि कॉरोनकाल में जहाँ दामों में कटौती होनी चाहिए वहां दाम बढाए जा रहे हैं और हद से ज्यादा बढ़ाये जा रहे हैं जो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा एक तरह से मोदी सरकार गरीबों का खून चूस रही है। देश में गरीबों की संख्या में राकेट की रफ़्तार से बढ़ोतरी हो रही है। खुद को कभी आम आदमी कहने वाले करोड़ों लोग अब गरीबी की श्रेणी में आ गए हैं।
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