चंडीगढ़ - हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को शुरू हो गया। पांच दिन के सत्र में दो दिन छुट्टी रहेगी। तीन दिन ही कार्यवाही चलेगी। इससे पहले कांग्रेस ने हाईकोर्ट चौक से लेकर विधानसभा तक रोष मार्च निकाला और पेपर लीक कांड से संबंधित तख्तियां और बैनर हाथ में लेकर नारेबाजी करते हुए विधायक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में विधानसभा पहुंचे। नाके पर पुलिस द्वारा रोकने के कारण काफी नोकझोंक हुई और काफी देर बाद उनको विधानसभा में जाने दिया गया भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमें जानबूझकर लेट करने के लिए इस तरह का कदम उठाया जा रहा है। हुड्डा ने पुलिस पर धक्का मारने का भी आरोप लगाया।
पूर्व सीएम ने कहा कि BJP-JJP सरकार शराब, रजिस्ट्री, खनन, बिजली मीटर व धान खरीद समेत तमाम घोटालों को दबाने की कोशिश कर रही है। इसी तरह सरकार अब पेपर लीक घोटाले को भी रफादफा करना चाहती है। हमारी मांग है कि भर्ती घोटाले की हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सड़क से सदन तक जनता की आवाज उठाना विपक्ष की जिम्मेदारी है, लेकिन विधानसभा तक पैदल मार्च कर रहे कांग्रेस विधायकों को पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की और विधायकों के साथ धक्का-मुक्की की। उन्होंने कहा कि विधानसभा और उसके परिसर में पत्रकारों की एंट्री बैन करना दुर्भाग्यपूर्ण। सरकार मीडिया से क्या छिपा रही या सिर्फ सरकारी कैमरे से जनता को सदन की कार्यवाही दिखाना चाहती है? क्या यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के अधिकारों पर कुठाराघात नही है? पत्रकारों पर बैन का फैसला तुरन्त वापिस लिया जाए।
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