नई दिल्ली/ चंडीगढ़/फरीदाबाद- 11 अगस्त 2021 - टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए एथलीट में पहली बार गोल्ड मेडल जीतकर नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है। देश जिस एथलीट मेडल के लिए 121 साल से सपने देख रहा था, उसको नीरज कुमार ने जेवलिन में अपने भाले के दम पर हकीकत में बदल दिया। नीरज ने ओलंपिक समापन के एक दिन पहले देश को गोल्ड मेडल दिया। वर्तमान में नीरज चोपड़ा का स्वागत करने वालों की कतारें लगीं हैं और उन पर कई करोड़ रूपये की अब तक बारिश हो चुकी है।
हरियाणा सरकार ने सबसे पहले नीरज के लिए इनाम की घोषणा की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नीरज को 6 करोड़ रूपये पुरस्कार के रूप मे देने का एलान किया। इसके पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नीरज को 2 करोड़ रुपये का पुरस्कार देने का एलान किया।मणिपुर सरकार ने उन्हें एक करोड़ रुपये देने का एलान किया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी नीरज को एक करोड़ रुपये पुरस्कार के तौर पर देने का एलान किया तो आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने भी नीरज चोपड़ा को इनाम के रूप में एक करोड़ रूपये देने की घोषणा की। यही नहीं इंडिगो ने नीरज को पूरे एक साल के लिए फ्री टिकट देने का एलान किया और ऐसे देश भर में कई घोषणाएं जारी हैं लेकिन बहुत लोगों को पता होगा कि एक समय ऐसा भी था जब नीरज के पास जेवलिन खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। उस समय हरियाणा के खेल निदेशक रहे ओपी सिंह ने उनकी मदद की थी जो अब फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर हैं। ये खुलासा नीरज चोपड़ा के कोच रहे नसीम अहमद ने किया है।
बात 2011 की है जब नीरज पानीपत से पंचकूला पहुंचे थे। नीरज ने कोच के पास फोन किया और कोच के मुताबिक़ मैं उन्हें जनता नहीं था। नीरज के साथ दो तीन बच्चे और थे। उन्होंने बताया कि उस समय हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी ,मैंने उस समय के खेल निदेशक ओपी सिंह से बात की तो उन्होंने हमें 90 हजार रूपये उसी दिन दिए और हमने 10 से 12 जेवलिन खरीदा और वहीं से नीरज का सफर शुरू हुआ और आज नीरज ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता हैं।
आपको बता दें कि हरियाणा वर्तमान में खेलों का हब बन चुका है और इस ओलम्पिक में 121 खिलाड़ियों में 30 खिलाड़ी अकेले हरियाणा से थे। इस ओलिंपिक 6 व्यक्तिगत खेल प्रतिस्पर्धाओं में भारत ने पदक जीते हैं और इनमें से भी तीन में हरियाणा के खिलाड़ी जीते हैं। भाला फेंक प्रतियोगिता में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण, कुश्ती में रवि दहिया ने रजत तो बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीता। हरियाणा की आबादी देश में मात्र दो फीसदी है। प्रदेश आबादी में 18वें स्थान पर है। हरियाणा खेलों में लगभग 10 वर्षों से रिकार्डतोड़ पदक जीत रहा है। इसमें ओपी सिंह की खास भूमिका बताई जा रही है। खेल निदेशक रहते हुए उन्होंने हरियाणा को खेलों का हब बनाने का प्रयास शुरू किया और सफलता भी मिली और अब पूरी दुनिया में हरियाणा के खिलाड़ियों का डंका बज रहा है।
नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतते ही फरीदाबाद पुलिस के ट्विटर पेज पर लिखा गया कि जे बात तो इसका मतलब शायद लोग समझ नहीं पाए होंगे। उसके बाद से अब तक फरीदाबाद पुलिस के ट्विटर पेज की प्रोफ़ाइल तस्वीर भी नीरज की है जो भाला लेकर खड़े हैं। इस खबर को पढ़कर अब लोग समझ जाएंगे कि पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह नीरज के स्वर्ण पदक जीतने पर इतना खुश क्यू हैं।
ओपी सिंह भले ही इस समय फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर हैं लेकिन अब भी वो खेलों को बढ़ावा देने का हर प्रयास करते हैं। खिलाडियों को प्रोत्साहित करते रहते हैं और उनकी मदद भी करते रहते हैं। युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह देते हैं, वो पांच साल हरियाणा के स्पोर्ट्स डायरेक्टर रहे और उन्होंने हरियाणा को पूरी दुनिया में चमका दिया। यही नहीं पुलिस विभाग में विशिष्ठ सेवा के लिए उन्हें एक नहीं दो बार राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा जा चुका है, काफी तजुर्बेकार अधिकारी कहे जाते हैं। देखें ये वीडियो
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