फरीदाबाद - काफी समय तक जिले के डीसी रहे यशपाल यादव के ऊपर अब बड़ी जिम्मेदारी है क्यू कि उन्हें अब नगर निगम कमिश्नर लगाया गया है। यशपाल यादव अच्छे अधिकारी कहे जाते हैं और कॉरोनकाल में उन्होंने शहर की जनता की भलाई के लिए रात दिन एक कर दिया था। नगर निगम फरीदाबाद की बात करें तो शहर के लगभग 90 फीसदी लोग इसे नरक निगम कहने लगे हैं ऐसे में नरक से नगर यादव जी कैसे बनाते हैं ये तो वक्त बताएगा।
शहर में मानसून ने देरी से दस्तक दिया और अब तक लगभग तीन दिन झमाझम बारिश हुई और इन तीन दिनों में शहर की तमाम सड़को पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। सड़कें ऐसी टूटीं जैसे सीमेंट की जगह राख का प्रयोग किया गया हो। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों के कारण ट्रैफिक जाम की शिकायतें आने लगीं और कुछ लोगों ने आईजी ट्रैफिक हरियाणा से ट्वीट कर शिकायत की। फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ने आईजी को लिखा कि सड़कों पर गड्ढों के कारण ऐसा हो रहा है।
ट्रैफिक पुलिस फरीदाबाद के सूत्रों की मानें तो अधिकतर जवान और अधिकारी खोरी में सुबह से शाम तक ड्यूटी दे रहे हैं ताकि अवैध अतिक्रमण हटवाने में कोई बवाल न हो जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हटवाया जा रहा है। सैकड़ों पुलिसकर्मियों के खोरी में तैनात होने के कारण अधिकतर चौराहों पर होमगार्ड के जवान ही ट्रैफिक संभाल रहे हैं और कई मौकों पर कुछ लोग होमगार्ड के जवानों की बात नहीं मानते। इधर उधर वाहन चलाते हैं जिस वजह से जाम लग जा रहा है। गड्ढे जाम के प्रमुख कारण हैं और कुछ कारण लापरवाही से वाहन चलाना है।
फरीदाबाद का ऐतिहासिक हार्डवेयर चौक आज सुर्ख़ियों में है। कल शाम हमने इस चौक के पास से एक लाइव वीडियो में बताया कि यहाँ की मुख्य सड़क पर काफी बड़े गड्ढे हैं और कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। आज हमने दिखाया कि उसी जगह ट्रैक्टर पलट गया और उसी जगह पर बाइक के पीछे बैठकर जा रही एक बुजुर्ग महिला बाइक से गड्ढे में गिर गई।
स्थानीय लोगों ने महिला को पानी से निकाला। आजकल देखा जाता है कि बाइक के पीछे बैठने वाले हेलमेट नहीं लगाते लेकिन बुजुर्ग महिला ने हेलमेट पहन रखा था इसलिए कोई गंभीर चोट नहीं लगी। ये हादसा दिन में हुआ। रात्रि में संभव है और हादसे यहाँ होते होंगे। ये क्षेत्र हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का है जिनके कामकाज पर अब सवाल उठने लगे हैं। कहा जा रहा है कि मंत्री जी जुमलेबाज हैं।
यही नहीं अब केंद्रीय राज्य मंत्री के कामकाज पर बड़े सवाल उठते दिख रहे हैं और कहा जा रहा है कि फरीदाबाद के सांसद को पिछले चुनावों में एकतरफा वोट मिले इसलिए उन्हें लगता है कि अगली बार भले ही कम वोट मिलेंगे पर जीत तो मिल ही जाएगी इसलिए वो जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि उनके दफ्तर पर अब प्रापर्टी डीलरों को ही इज्जत मिलती है। पार्षदों तक को उनसे मिलने के लिए घंटों इन्तजार करना पड़ता है। अब जनता उन्हें भी सबक सिखाने की बात कर रही है। जनता का कहना है उन्हें जैसे रिकार्ड मतों से जिताया वैसे रिकार्ड मतों से हराएंगे।
वैसे जनता शायद गलत साबित हो और मंत्री जी शायद फिर अगला चुनाव जीत जाएँ क्यू कि फरीदाबाद में विपक्ष है ही नहीं। मुख्य विपक्ष कांग्रेस को कहा जाता है लेकिन अधिकतर कांग्रेसी सिर्फ नाम के कांग्रेसी साबित हो रहे हैं। अपनी पार्टी को धोखा दे रहे हैं, लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव भाजपा का साथ दे रहे हैं। और यही वजह है कि 2019 लोकसभा चुनाव में अवतार भड़ाना की खटिया खड़ी हो गई क्यू कि तामाम कांग्रेसियों ने भाजपा का साथ दिया और केपी गुर्जर को रिकार्ड मतों से जितवाया।
यही नहीं विधानसभा चुनावों में भी फरीदाबाद के कांग्रेसियों ने अपनी पार्टी के पेट पर लात मार कई भाजपा प्रत्याशियों को जिताया। ओल्ड सीट से लखन सिंगला को हराने का श्रेय कई कान्ग्रेसिओं को जाता है। यही नहीं विजय प्रताप सिंह को बड़खल से कांग्रेसियों ने ही हराया और बल्लबगढ़ में कौशिक को कांग्रेसियों का साथ नहीं मिला। बात करें एनआईटी की तो तीन जिलों में कांग्रेस को इकलौती सीट पर जीत मिली। यहाँ भाजपा के कांग्रेसियों की दाल गली। नीरज शर्मा ने पूरे चुनाव में कांग्रेस का नाम नहीं लिया ,ना ही किसी कांग्रेसी बड़े नेता से प्रचार करवाया। उनके पिताश्री स्वर्गीय पंडित शिव चरण लाल शर्मा ने एनआईटी में रिकार्डतोड़ विकास करवाया था और उनके निधन से क्षेत्र के लोग दुखी थे जिसका फायदा नीरज शर्मा को मिला।
शहर में बेतहाशा बिजली कट क्या कोई कांग्रेसी बोला, इस महिला के गिरने पर क्या कोई कांग्रेसी बोला, कहा जा रहा है चोर चोर मौसेरे भाई इसलिए?
खबर अधूरी है समय हो रहा है इसलिए पूरी खबर फिर कभी
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