यह जानकारी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कल नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ हुई बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए दी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हरियााणा की विभिन्न महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं के कार्यों को गति देने की दिशा में गत लंबे समय से रेल मंत्री से लगातार बैठकें कर रहे हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियााणा में पश्चिमी यमुना नहर के साथ बनने वाली करनाल-यमुनानगर रेलमार्ग की केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। पश्चिमी यमुना नहर के साथ बनने से करनाल-यमुनानगर रेलमार्ग के निर्माण में लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत भी कम होगी। इसके अतिरिक्त रोहतक व कुरूक्षेत्र के एलिवेटिड रेलवे ट्रैक की भांति कैथल के एलिवेटिड रेलवे ट्रैक की स्वीकृति भी केंद्र द्वारा प्रदान कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र द्वारा दिल्ली-हिसार (180 किलोमीटर प्रति घंटा क्षमतायुकत) रेलमार्ग परियोजना की प्रक्रिया को भी केंद्र द्वारा गति दी जाएगी। इस रेलमार्ग परियोजना से हिसार के सिविल एविएशन हब के विकास को भी गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे के साथ बनने वाले 121.7 किलोमीटर लंबे हरियााणा ऑर्बिटल रेल कॉरेडोर की आधारशिला प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा करवाए जाने बारे भी बैठक में विचार-विमर्श हुआ। आधारशिला कार्यक्रम के लिए केंद्रीय रेल मंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री से अनुरोध किया जाएगा।
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