चंडीगढ़, 12 जुलाई: हरियाणा में आपातकालीन स्थिति के लिए अब से नागरिकों को 112 नंबर डायल करना होगा। यह नई हेल्पलाइन 100 (पुलिस), 101 (फायर), और 108 (एम्बुलेंस) जैसी सभी प्रकार की आपातकालीन सेवाओं के लिए काम करेगी। यह एकीकृत प्रणाली चौबीसों घंटे कार्य करेगी और 13 जुलाई, 2021 को सुबह 8:00 बजे से चालू हो जाएगी।
हरियाणावासियों को 24 घंटे सुरक्षा प्रदान के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज पंचकूला में हरियाणा 112- आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली को लॉन्च किया। इस मौक पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज और विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने इस प्रणाली के शुरू होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अब हरियाणा पुलिस केवल एक कॉल की दूरी पर होगी। कल से किसी भी व्यक्ति को संकट की स्थिति में केवल 112 नंबर पर कॉल करने की आवश्यकता होगी और 15 से 20 मिनट में उस व्यक्ति तक तुरंत पुलिस की मदद पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि नई आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) हरियाणा के नागरिकों को चौबीसों घंटे पुलिस सहायता से सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है।
ईआरएसएस हरियाणा के इतिहास में युग का बदलाव
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा का विकास पाँच एस - शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन पर केंद्रित है और इस एकीकृत आपातकालीन हेल्पलाइन 112 के लॉन्च के साथ ही प्रदेश के लोगों को सुरक्षा और स्वावलंबन सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसी उद्देश्य से डायल 112 शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश भर में सभी आपातकालीन सेवाओं के लिए एक ही आपातकालीन नंबर प्रदान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा डायल-112 परियोजना शुरू की गई थी। इसके अंतर्गत ही राज्य सरकार द्वारा अपने नागरिकों को तत्काल आपातकालीन सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता के तहत एक मजबूत प्रणाली विकसित करने की परिकल्पना की गई । इस अत्याधुनिक प्रणाली से समग्र सुरक्षा परिदृश्य में और सुधार होगा और राज्य भर में अपराध की रोकथाम में भी मदद मिलेगी।
हर विधानसभा क्षेत्र में 10 वाहन तैनात करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला से मोबाइल डाटा टर्मिनलों से लैस 630 इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल्स को झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद 300 और ऐसे वाहन जोड़े जाएंगे, ताकि हर विधानसभा क्षेत्र में 10 वाहन तैनात करने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 300 पीसीआर वाहन हैं, जिन्हें आने वाले समय में आधुनिक तकनीक से युक्त किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह तीन साल पहले की बात है जब उन्होंने इजराइल के जेरूसलम का दौरा करने के दौरान एक त्वरित प्रतिक्रिया आपातकालीन प्रणाली देखी थी, जिसमें केवल 90 सेकंड के समय में हर जरूरतमंद को मदद सुनिश्चित की जा रही थी।
इजराइल के जेरूसलम का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां 5000 से ज्यादा लोग एंबुबाइक सर्विस से जुड़े हैं। ये सभी 24×7 आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। जैसे ही उनके मोबाइल में अलार्म बजता है, वे घायलों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए तुरंत अपनी एंबुबाइक के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं। प्राथमिक उपचार देने से लेकर घायलों को अस्पताल ले जाने तक ये वॉलंटियर्स हर घायल व्यक्ति की मदद के लिए चौबीसों घंटे काम करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इजराइल की इस हाईटेक प्रणाली को देखकर ही हरियाणा के लोगों को भी इस तरह का प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की जरूरत महसूस हुई।
हरियाणा 112 से आपातकालीन सेवा प्रदाताओं के बीच जवाबदेही सुनिश्चित होगी
इस अवसर पर बोलते हुए गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा 112 परियोजना पारदर्शिता लाएगी और विभिन्न आपातकालीन सेवा मुहैया करवाने वालों की जवाबदेही सुनिश्चित करेगी जिससे हरियाणा के निवासियों को त्वरित आपातकालीन सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। विज ने कहा कि इस हाई-टेक प्रणाली के आने से हरियाणा के नागरिक 112 डायल कर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि यह प्रणाली आपातकालीन स्थितियों में पुलिस की तत्काल उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को कम करने की दिशा में यह नई व्यवस्था एक महत्वपूर्ण कदम है।
हरियाणा 112 (ईआरएसएस) परियोजना
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि आईटी और संचार पहल को मिलाकर हरियाणा पुलिस चरणबद्ध तरीके से जनता को विभिन्न प्रकार की सहायता और सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। एक बार कॉल करने के बाद, पुलिस 15-20 मिनट के औसत प्रतिक्रिया समय के भीतर तुरंत सहायता प्रदान करेगी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को दुनिया भर में उन्नत तकनीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं का लाभ उठाते हुए नागरिकों की सुरक्षा के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य राज्य के लगभग 28 मिलियन निवासियों को 24 घंटे लगातार तत्काल आपातकालीन सेवाएं प्रदान करते हुए सुरक्षा मुहैया करवाना है।
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