चण्डीगढ 12 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज पंचकूला में 42 करोड़ की लागत से बने हरियाणा एमरजेंसी रिस्पोंस सेंटर में डायल 112 कंट्रोल रूम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सभी जिलों के लिए 630 गाड़ियों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह सभी गाड़ियां डायल 112 योजना के तहत त्वरित सहायता उपलब्ध करवाएंगी।
इस दौरान उनके साथ हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता, हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने इससे पहले पूरी व्यवस्था का जायजा लिया। कंट्रोल रूम में पहला विभाग कम्युनिकेशन विंग है। इस विंग की कमान एसपी उदय सिंह मीणा को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि इस विंग में शिकायतकर्ताओं की काॅल रिसीव होंगी। कम्युनिकेशन अधिकारी शिकायतकर्ता की पूरी बात को सुनकर और लोकेशन की वास्तविकता स्थिति की जानकरी निर्धारित फोर्मेट में अपलोड करेगा । इसके बाद यह शिकायत तत्काल डिस्पेच विभाग को फारवर्ड हो जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इस विंग में जानकारी लेने के दौरान मुख्यमंत्री ने 112 नम्बर पर डायल करके कम्युनिकेशन अधिकारी से बात भी की।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने डिस्पेच विंग की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जाना। इस विंग के प्रभारी एसपी नीतिश अग्रवाल ने बताया कि इस विंग को तीन भागों में बांटा गया है जिनमें स्वास्थ्य, फायर और पुलिस सेवा शामिल है। कम्युनिकेशन विंग से शिकायत फारवर्ड होते ही संबंधित विभाग के कंट्रोल रूम में दिखाई देगी जिस पर डिस्पेच अधिकारी तत्काल कार्रवाई करते हुए शिकायतकर्ता की लोकेशन जानकर उक्त क्षेत्र में उपलब्ध निकटतम गाड़ी के मोबाईल डाटा टर्मिनल पर संदेश भेजेगा। यह संदेश मिलते ही उक्त गाड़ी पर तैनात कर्मचारी तत्काल लोकेशन स्थल के लिए रवाना होगी। इसके साथ ही शिकायतकर्ता का रिकाॅर्डिड मैसेज भी गाड़ी पर तैनात कर्मचारियों को पहुंच जाएगा ताकि लोकेशन तक पहुंचने से पहले शिकायत के बारे में भली भांति समझ सके। इस प्रकार 15 से 20 मिनट में शिकायतकर्ता या काॅल करने वाले को मदद मिल सकेगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्पेशल आॅपरेशन विंग का निरीक्षण किया और पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बात करते हुए उन्हें डायल 112 के सफल संचालन के लिए काम करने को कहा।
डाटा की फूलप्रूफ सुरक्षा
हरियाणा एमरेजेंसी रिस्पोंस सेंटर को गुरुग्राम स्थित मीरर सेंटर के साथ ही हैदराबाद स्थित डिजास्टर सेंटर के साथ जोड़ा गया है ताकि डाटा हर हाल में सुरक्षित रहे। डायल 112 के तहत हर काॅल रिकार्ड होगी और प्रत्येक शिकायतकर्ता का डाटा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। किसी भी सूरत में डाटा डिलिट नहीं होगा। दुर्भाग्यवश पंचकूला स्थित काॅल सेंटर में कोई दिक्कत आती है तो गुरुग्राम स्थित मीरर सेंटर के माध्यम से सेवा निर्बाध चलती रहेगी। किसी भी परिस्थिति में इन दोनों स्थानों पर मशीनरी काम करना बंद कर देगी तो भी हैदराबाद स्थित डिजास्टर सेंटर से लिंक होने के चलते व्यवस्था दुरूस्त चलेगी और डाटा भी सुरक्षित रहेगा। एडीजीपी श्री ए एस चावला ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि केन्द्र को सुचारू चलाने के लिए पर्याप्त पावर बैकअप की व्यवस्था की गई है। लगातार चार दिन तक बिजली सप्लाई न आने की स्थिति में भी केन्द्र निर्बाध गति से काम करता रहेगा।
जिला व थाने की सीमा की नहीं होगी बंदिश
डायल 112 के तहत शिकायतों पर कार्रवाई के लिए जिला या थाने की सीमा की बंदिश नहीं होगी। कंट्रोल रूम से शिकायतकर्ता की लोकेशन के निकटतम वाहन स्टाफ को सूचना जाएगी जो कि तत्काल पहुंचकर शिकायतकर्ता को मदद उपलब्ध करवाएगें।
\इस मौके पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, हरियाणा के मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, श्री टीवीएसएन प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित अग्रवाल, डीजीपी श्री मनोज यादव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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