नई दिल्ली -दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान 6 महीने से अधिक समय से सुर्ख़ियों में हैं। बीच में कोरोना का दूसरा आया जो अब भी चल रहा है लेकिन अब नए मामलों में काफी कमी आ गई है। अब फिर किसान किसान कोरोना से ज्यादा सुर्खिओं में छा रहे हैं। टोहना मामले में कल स्थानीय जजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने माफी मांग ली लेकिन किसानों की कसक अभी कम नहीं हुई। अब भी टोहना में किसान नेता टिकैत टिके हुए हैं और टोहना के सदर थाने के बाहर नारेबाजी चल रही है।
राकेश टिकैत की मांग है कि एफआईआर नंबर 103 को रद्द किया जाए। उन्होंने कहा कि आये हैं तो मामला निपटाकर ही जाएंगे। इस मामले में किसान नेता रवि आजाद व विकास को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। थाने के बाहर कई और किसान नेता मौजूद हैं और नारेबाजी जारी है।
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